गोरखपुर. रेल मंत्रालय पुनर्विकास योजना के तहत गोरखपुर जंक्शन को एयरपोर्ट की तर्ज पर स्मार्ट बनाया जाना है. जिसको लेकर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर जंक्शन के नए मॉडल का प्रस्ताव तैयार कर बोर्ड को भेजा है. उम्मीद लगाया जा रहा है बोर्ड की तरफ से एक सप्ताह में नए मॉडल को हरी झंडी मिल जाएगी. पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक के निर्देश पर संबंधित इंजीनियरों ने गोरखपुर जंक्शन के नए मॉडल में संशोधन किया है. जिसमें रेलवे स्टेशन के उत्तरी द्वार पर प्लेटफार्म नंबर 9 पर फ्लाईओवर के साथ पार्किंग स्थल भी बनाया जाएगा.
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर जंक्शन को सिटी ऑफ सेंटर के रूप में विकसित करने की तैयारी चल रही है. आगामी 50 वर्ष को ध्यान में रखते हुए जंक्शन का पुनर्विकास किया जाएगा, जिससे यात्रियों के साथ साथ आमजन को भी काफी सहूलियत मिलेगी. सुरक्षा के दृष्टिगत गोरखपुर रेलवे स्टेशन चारों तरफ से बंद रहेगा. प्रवेश और निकास के लिए सिर्फ एक एक गेट होंगे. गोरखपुर जंक्शन के ऊपर मुख्य द्वार तक रूफ प्लाजा तैयार होगा.
यात्रियों के प्रवेश और निकास करने के अलग-अलग तीन लेन तैयार किए जाएंगे. परिसर में वाहनों को खड़ा होने के लिए सिर्फ 4 मिनट का समय मिलेगा निर्धारित से अधिक समय लगाने पर उसका शुल्क देना पड़ेगा. गोरखपुर जंक्शन परिसर में चारों तरफ गुरु गोरखनाथ प्रतिबिंब होंगे. जंक्शन पर प्रवेश करते हैं. गोरखनाथ की धरती की झलक दिखेगी. यात्री स्टेशन के मुख्य द्वार पर ही सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत से परिचय हो जायेंगे. गोरखपुर जंक्शन परिसर में ही मेट्रो ट्रेन के लिए स्टेशन बनाने का भी प्रस्ताव है. ताकि मेट्रो के यात्री भी सीधे रेलवे स्टेशन पर पहुंच सकें.
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गोरखपुर जंक्शन पर शॉपिंग कंपलेक्स पार्किंग जैसे उच्च स्तरीय एवं आधुनिक सुविधा का प्रावधान होगा. रेलवे स्टेशन से बस स्टेशन तक पहुंचने के लिए यात्रियों को सड़क पर नहीं चलना पड़ेगा. वह रेलवे स्टेशन के रूफ प्लाजा से सीधे बस स्टेशन परिसर में उतर जायेंगे. जिससे स्टेशन ही गोरखपुर शहर को भी अनावश्यक भीड़ और जाम से मुक्ति मिलेगी.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर