Gorakhpur News: देश के सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन पर पीपीगंज स्थित महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी आश्रम पर मंगलवार को एक शोक सभा आयोजित की गई. उत्तर प्रदेश ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
श्रद्धांजलि सभा में दो मिनट का मौन रखकर सभी ने उनकी आत्मा की शांति के लिए कामना की. इस दौरान महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी ने कहा कि स्वर कोकिला लता स्वर की देवी स्वयं मां सरस्वती की अवतार थी. लता जी के गीतों से यह धरती हमेशा गुलजार रहेगी.
महामंडलेश्वर ने कहा कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर के बारे में कुछ भी कहना सूरज को रोशनी दिखाने के बराबर है, उनके करोड़ों प्रशंसकों में से मैं भी एक प्रशंसक हूं. हम अक्सर लता मंगेशकर की गीतों को हमेशा सुनते हैं और मस्तिष्क में हमेशा उनके गीतों को गुनगुनाते रहते हैं. उनका गाया गीत ‘कल भी सूरज निकलेगा, कल भी पंछी गाएंगे…, सब तुमको दिखाई देंगे पर, हम ना नजर आएंगे…, आंचल में सजा लेना हमको, सपनों को बुला लेना हमको.., अब हम तो हुए परदेसी गीत आज भी कानों में गूंज रहा है.
उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर का निधन संगीत जगत के लिए अपूर्ण क्षति है. उनके रिक्त स्थान को कोई पूर्ति नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि 36 भाषाओं में 30 हजार से ज्यादा गीतों को आवाज देकर अमर हुई लता मंगेशकर के सुरों में समय-समय पर भोजपुरी भी सजती संवरती रही. भोजपुरी फिल्मों में उनके गाए गीत न सिर्फ अपने दौर में सराहे गए, बल्कि आज भी लोगों के जेहन में ताजा है.
उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर ने भोजपुरी में भी कुछ गीत गाए. सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन से हम भोजपुरी समाज भी मर्माहत है. लता मंगेशकर ने कई भोजपुरी फिल्मों में गीतों को आवाज दी थी. हे गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ाईबो… को भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की पहली फिल्म का दर्जा प्राप्त है. स्वर कोकिला कही जाने वाली गायिका लता मंगेशकर के निधन से पूरा देश स्तंभ है. संगीत खामोश हो गया. उनके चरणों में शत-शत नमन.
शोक सभा में किन्नर नैना पांडेय, नंदनी, अनीता, शिल्पा जाधव, सिंदूर, एकता, रागनी, तमन्ना खातून, दीपक पांडेय, भाजपा महिला मोर्चा की मिडिया प्रभारी सिद्धि गुप्ता, भाजपा क्षेत्रीय कार्य समिति के सदस्य नेहा मणि आर्या, नैना सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.
रिपोर्टर – कुमार प्रदीप, गोरखपुर