गोरखपुर जेल में 30 महिला बंदियों के छठ महापर्व पर व्रत के लिए खास इंतजाम, आज अस्ताचलगामी सूर्य को देंगी अर्घ्य
गोरखपुर मंडलीय कारागार के जेलर एके कुशवाहा ने बताया कि गोरखपुर जेल में कुल 104 महिलाएं बंद हैं. इनमें से कुल 30 ऐसी महिलाएं हैं, जिन्होंने छठ महापर्व पर व्रत रखा है. जिस महिला बंदी को जिस चीज की जरूरत है. उसे पूरा किया गया है. व्रत रखने वाली 30 महिलाओं में 18 महिलाएं दहेज एक्ट के केस में बंद हैं.
Gorakhpur News: छठ के महापर्व पर रविवार को व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी. चार दिन तक सूर्य की उपासना का यह महापर्व नहाय खाय के साथ शुरू हुआ है और रविवार को इसका तीसरा दिन है. छठ का उल्लास इतना है कि लोग जैसे तैसे अपने घर और गांव पहुंचे. घर की महिलाओं के साथ पूरा परिवार छठ के उत्साह में लीन है. वहीं गोरखपुर में कारागार में भी छठ का उत्साह देखने को मिल रहा है. जो महिलाएं किसी आपराधिक मामलों के कारण जेल की सलाखों के पीछे हैं, वह इस महापर्व को मनाने से वंचित नहीं रह जाएं, इसके लिए जेल प्रशासन ने खास इंतजाम किए हैं. गोरखपुर जेल में 30 महिला बंदियों ने छठ व्रत रखा है, ऐसे में इनके व्रत की सभी जरूरत को पूरा करने की जेल प्रशासन ने व्यवस्था की है. गोरखपुर के मंडलीय कारागार में इन तैयारियों को देखकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे. यहां छठ महापर्व को धूमधाम से मनाने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं.
गोरखपुर मंडलीय कारागार के जेलर एके कुशवाहा ने बताया कि गोरखपुर जेल में कुल 104 महिलाएं बंद हैं. इनमें से कुल 30 ऐसी महिलाएं हैं, जिन्होंने छठ महापर्व पर व्रत रखा है. इन महिलाओं के अलग-अलग जिले की होने की वजह से इन्हें व्रत में अलग-अलग रीति-रिवाज के अनुसार फल, डाल और सब्जियों के साथ अन्य पूजा के सामान मुहैया कराए गए हैं. उन्होंने बताया कि छठ महापर्व को देखते हुए इंतजाम में कोई कमी नहीं है. जिस महिला बंदी को जिस चीज की जरूरत है. उसे पूरा किया गया है. उन्होंने बताया कि व्रत रखने वाली 30 महिलाओं में 18 महिलाएं दहेज एक्ट के केस में बंद हैं. इसके अलावा हत्या और अन्य जघन्य अपराधों में महिलाएं जेल में हैं. उन्हें सूप, मिट्टी के बर्तन फल सब्जी और अन्य जरूरत की चीज उपलब्ध करा दी गई हैं.
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जेल में छठ मना रही महिलाओं में काफी उत्सव व उल्लास का माहौल देखने को मिल रहा है. सभी ने नहाय खास के साथ इस पर्व में आराधना की शुरुआत की. शनिवार को खरना सम्पन्न हुआ. सूर्य उपासना के महापर्व पर रविवार को परंपरागत रूप से आस्था और श्रद्धा के साथ व्रती महिलाओं ने निर्जल व्रत रखा और शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी है. वृत्ति व अन्य श्रद्धालु सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य प्रदान कर अपना व्रत तोड़ेंगी.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप, गोरखपुर