गोरखपुर: यूपी सरकार (UP News) ने माटी शिल्पकारों को इलेक्ट्रिक चाक और पगमिल देगी. माटीकला से जुड़े शिल्पकारों को टेक्नोलॉजी से जोड़कर उनके हुनर और कार्यक्षमता को निखारने के लिए ये प्रयास किया जा रहा है. माटीकला बोर्ड ने गोरखपुर में 35 शिल्पकारों को इलेक्ट्रिक चाक और समूह के जरिये नौ पगमिल देने का लक्ष्य रखा है.
ओडीओपी में शामिल है टेराकोटा
सीएम बनने बाद योगी आदित्यनाथ (UP News0 ने मिट्टी के उत्पाद बनाने के पारंपरिक काम से जुड़े शिल्पकारों को तकनीकी से जोड़ने की पहल शुरू की थी. इसी के तहत गोरखपुर में मिट्टी के विशेष शिल्प वाले टेराकोटा को एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) में शामिल किया गया. इसके लिए बड़ा बाजार भी उपलब्ध कराया गया. टेराकोटा से जुड़े शिल्पकारों को इलेक्ट्रिक चाक (बिजली से चलने वाली चाक) और पगमिल (मिट्टी गुथने की मशीन) उपलब्ध कराई गई. टेराकोटा के अलावा अन्य मिट्टी शिल्पकारों को भी माटीकला बोर्ड की तरफ से इलेक्ट्रिक चाक और पगमिल देने का अभियान जारी है.
ऑनलाइन आवेदन करना होगा
गोरखपुर (Gorakhpur News) के जिला ग्रामोद्योग अधिकारी एके पाल के अनुसार माटीकला से जुड़े कामगारों और शिल्पकारों, जो अब तक हस्तचालित चाक पर काम कर रहे हैं, उन्हें इलेक्ट्रिक चाक और पगमिल देने का लक्ष्य रखा है. गोरखपुर में इस बार 35 इलेक्ट्रिक चाक और समूह बनाकर 9 पगमिल दिए जाएंगे. माटीकला से जुड़े 18 वर्ष से 55 वर्ष की उम्र तक के शिल्पकार इसके लिए माटीकला बोर्ड की वेबसाइट पर 25 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. ऑनलाइन सभी प्रपत्रों की हार्डकॉपी 25 जून तक विकास भवन के द्वितीय तल पर स्थित जिला ग्रामोद्योग कार्यालय में जमा करनी होगी. आवेदन के संबंध में और विस्तृत जानकारी के लिए जिला ग्रामोद्योग कार्यालय से भी संपर्क किया जा सकता है.