गोरखपुर: यूपी (UP News) के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम के मेडिकल कॉलेज श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को नेशनल मेडिकल कॉउंसिल से एमबीबीएस पाठ्यक्रम मान्यता मिल गई है. इसी सत्र से यहां एमबीबीएस में की पढ़ाई शुरू हो जाएगी. यह विश्वविद्यालय महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संचालित करता है. मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ इसके कुलाधिपति हैं.
नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी, बीएएमएस की पढ़ाई भी
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी और बीएएमएस का पाठ्यक्रम चल रहा है. अब नेशनल मेडिकल काउंसिल ने श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (Gorakhnath Medical College) को एमबीबीएस की 50 एमबीबीएस सीटों के लिए मान्यता दी है. एमबीबीएस की मान्यता मिलने पर विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी एवं कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने कहा कि पूर्वांचल के युवाओं के लिए ये बड़ी उपलब्धि है.
तीन चरणों में बनेगा 1800 बेड का अस्पताल
कुलपति एवं कुलसचिव ने बताया कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का मेडिकल कॉलेज (Gorakhnath Medical College) तीन चरणों में बनकर तैयार होगा. पहले, दूसरे और तीसरे चरण में 600-600 यानी कुल 1800 बेड का अस्पताल बनेगा. पहले वर्ष इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 50 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा. इस संख्या को दूसरे और तीसरे चरण में और बढ़ाया जाएगा. एमबीबीएस की मान्यता मिल जाने से न सिर्फ पूर्वांचल के प्रतिभाशाली छात्र-छात्रों को अपने घर के पास गुणवत्तापरक चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध होगी बल्कि गोरखपुर, बस्ती, बिहार और नेपाल के लाखों लोगों को भी इसका फायदा मिलेगा.
गोरखपुर का तीसरा चिकित्सा संस्थान
कुलपति डॉ. वाजपेयी ने बताया कि यह वाराणसी और लखनऊ के बाद गोरखपुर (Gorakhpur News) में निजी क्षेत्र का पहला मेडिकल कॉलेज होगा. एम्स गोरखपुर और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के बाद शहर का यह तीसरा बड़ा चिकित्सा संस्थान होगा. विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह सहित सभी सदस्यों, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की है.
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था विश्वविद्यालय का उद्घाटन
महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय का उद्घाटन 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था. अब मेडिकल कॉलेज के जरिये 1800 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल का सपना भी साकार हो रहा है. पहले सत्र में 50 सीटों के साथ शुरू हो रहे मेडिकल कॉलेज के पास 450 बेड का गोरखनाथ चिकित्सालय है. कुलसचिव डॉ राव ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना और रोल मॉडल के रूप में इसके विकास के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की दो कमेटियां सहयोग दे रही हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर की कमेटी प्रख्यात कैंसर रोग विशेषज्ञ एवं बिरला ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संजय महेश्वरी की अध्यक्षता में बनाई गई है. इसमें एम्स नई दिल्ली के डॉ. संजीव सिन्हा, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ जीएन सिंह, यूएसए के डॉ. राघवेंद्र राव, डॉ. असिथ मैली पिट्सबर्ग और डॉ. केशव दास सदस्य के रूप में शामिल हैं.