अलीगढ़ . अलीगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर केंद्रीय कर्मचारियों व राज्य कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर विरोध मार्च निकाला. संयुक्त कर्मचारी परिषद की अगुवाई में पेंशन को लेकर अब कर्मचारी आर-पार की लड़ाई की तैयारी में है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन बहाल करें, अन्यथा राज करने के अधिकार को छीन लिया जाएगा. रेलवे स्टेशन से कलेक्ट्रेट पर पहुंचे राज्य और केंद्र कर्मचारी ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर प्रदर्शन किया. इसमें केंद्र के साथ राज्य कर्मचारी भी शामिल रहे.
वहीं पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आगामी आंदोलन के कार्यक्रम भी तय किए गए. पुरानी पेंशन बहाली को लेकर यूपी में आंदोलन तेज कर दिए गए हैं. 2024 लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र और राज्य पर दबाव बनाने के लिए धरना प्रदर्शन और रैली का आयोजन बड़े स्तर पर आयोजित करने का प्लान है. मंगलवार को भी संयुक्त कर्मचारी संघ ने रेलवे स्टेशन से रैली निकाल कर कलेक्ट्रेट पर आकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के नाम सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा.
इस दौरान कर्मचारी नेता नरेश ने बताया कि सरकार हठधर्मिता पर है. 2024 में लोकसभा चुनाव है और इसमें भाजपा सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा. नई पेंशन व्यवस्था किसी भी रूप में स्वीकार नहीं है, जो पुरानी पेंशन व्यवस्था थी, जो सामाजिक सुरक्षा प्रदान करती है. वही पुरानी पेंशन स्कीम मूल रूप में वापस चाहिए. नरेश कुमार ने कहा कि आज बड़ी विडंबना है कि जो 65000 वेतन जो कर्मी पा रहे हैं. जब सेवानिवृत्त होते हैं तो उन्हें तीन हजार रुपये पेंशन के रूप में मिलती है. ऐसे में व्यक्ति कैसे अपने परिवार का जीवन निर्वहन करेगा.
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नरेश कुमार ने कहा कि सरकार से अनुरोध है कि हमारे भविष्य को खराब न करें और पुरानी पेंशन व्यवस्था को मूल रूप में लागू करें. इस प्रदर्शन और रैली में रेलवे कर्मचारी, पोस्टल विभाग, आयकर व राज्य कर्मचारी के सभी संगठन शामिल रहे. वहीं आगामी आंदोलन में गेट मीटिंग करेंगे और 21 मई को विशाल मशाल जुलूस निकाला जाएगा. इसके साथ ही जन जागरण के कार्यक्रम चालू रहेंगे.
इनपुट आलोक , अलीगढ़