IAS Abhishek Singh : आईएएस अभिषेक सिंह का इस्तीफा केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद स्वीकार कर लिया गया है. इसे गुरुवार यानी आज से प्रभावी माना जाएगा. अभिषेक वर्ष 2011 बैच के आईएएस हैं. उन्होंने अक्टूबर 2023 में इस्तीफा दिया था. आईएएस की नौकरी छोड़कर अभिषेक सिंह अब अपने राजनीतिक जीवन का शुरुवात करेंगे. जौनपुर में लगातार राजनीतिक और सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं.जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने की भी चर्चाएं हो रही हैं. बता दें कि कई फिल्मों में काम कर चुके अभिषेक सिंह लंबी गैरहाजिरी के कारण फरवरी 2023 से निलंबित चल रहे थे. अभिषेक सिंह की पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल भी आईएएस अधिकारी हैं. फिलहाल वे बांदा में जिलाधिकारी के पोस्ट पर तैनात हैं. अभिषेक वर्ष 2015 में प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले गए थे. 2018 में यह अवधि दो साल के लिए और बढ़ा दी गई, लेकिन उस दौरान वे मेडिकल लीव पर चले गए. इसके बाद दिल्ली सरकार ने अभिषेक को वापस उनके मूल कैडर यूपी भेज दिया. लंबे समय तक उन्होंने यूपी में नौकरी जॉइन नहीं किया. नियुक्ति विभाग को उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया. बाद में 30 जून, 2022 को उन्होंने जॉइन किया. अभिषेक सिंह को 2022 में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से प्रेक्षक बनाकर भेजा गया. उन्होंने प्रेक्षक ड्यूटी का कार्यभार ग्रहण किया. वहां कार के आगे सेलिब्रिटी के अंदाज वाला उनका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो निर्वाचन आयोग ने 18 नवंबर 2022 को उन्हें प्रेक्षक ड्यूटी से हटा दिया था. गुजरात से लौटने के बाद अभिषेक सिंह ने यूपी में फिर अपनी ड्यूटी जॉइन की. इस बार यूपी सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था. इसके बाद उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन किया था.
जौनपुर में अभिषेक सिंह ला चुके हैं कई सिलेब्रिटीज
बता दें कि अभिषेक सिंह ने फरवरी की शुरुआत में उन्होंने जौनपुरवासियों के लिए नि:शु्ल्क अयोध्या धाम की यात्रा शुरू की है. इस यात्रा में रोजाना 5 बसें श्रद्धालुओं को लेकर अयोध्या धाम जाएंगी और उन्हें शाम को जौनपुर छोड़ेंगी. अभिषेक ने इसका वीडियो संदेश भी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर डाला था. अभिषेक ने बसों का नाम जौनपुर निषाद रथ रखा. चर्चा है कि अभिषेक जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. जौनपुर में निषाद निर्णायक भूमिका में हैं. इससे पहले भी अभिषेक जौनपुर में कई सिलेब्रिटीज को जौनपुर ला चुके हैं. अक्सर वह जौनपुर में जनता के लिए बड़े-बड़े कार्यक्रम भी आयोजित करते रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा होती है.