Kalindi Express Updates: उत्तर प्रदेश के कानपुर में बीते रविवार की रात ट्रेन हादसे की कोशिश की गई थी. रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर पेट्रोल से भरी बोतल समेत कई और संदिग्ध पदार्थ को रखा गया था. बुधवार को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम कानपुर के बर्राजपुर और उत्तरीपुरा के बीच स्थित उसी जगह पहुंची, जहां गैस सिलेंडर और पेट्रोल से भरी बोतल मिली थी. टीम ने पूरे इलाके की अच्छे से जांच की. बता दें, लोको पायलट के समय रहते ब्रेक लगा देने से बड़ा हादसा टल गया था. वहीं इस मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ कानपुर कमिश्नरेट के शिवराजपुर थाने में बीएनएस, विस्फोटक अधिनियम और रेलवे अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
कई लोगों को पूछताछ के लिए किया गया गिरफ्तार
कानपुर पुलिस ने कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की साजिश के सिलसिले में पूछताछ के लिए दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस जिन लोगों से पूछताछ कर रही है वे सभी मुख्य रूप से आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोग हैं. इसके अलावा पुलिस घटनास्थल से भी साक्ष्य जुटाने की कोशिश कर रही है. घटना स्थल से पुलिस को पेट्रोल की बोतल और माचिस की डिब्बियां मिली थी. बता दें, लोगो पायलट से समझदारी दिखाते हुए हादसे से पहले ही ट्रेन को ब्रेक लगाकर रोक दिया था. इस कारण एक बड़ा रेल हादसा टल गया था.
जारी है जांच
रेलवे एडीजी ने कहा है कि घटना की जांच एनआईए, आईबी, आरपीएफ, जीआरपी, राज्य खुफिया और कानपुर पुलिस का ओर से गठित टीम कर रही है. कई राज्य और केंद्रीय एजेंसियां मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी हैं. एजेंसियों ने कहा कि कुछ सबूत इकठ्ठा किए गए हैं. अभी भी सुराग जुटाने का काम जारी है. इसके अलावा पुलिस ट्रेन में सवार यात्रियों के उन 250 एलपीजी ग्राहकों का सत्यापन कर रही है, जिन्होंने हाल ही में स्थानीय एजेंसी से रिफिल सिलेंडर लिया था.
दिल्ली पुलिस ने भी रेल कर्मियों को किया सतर्क
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश के बाद दिल्ली पुलिस ने रेलवे कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने दिल्ली मेट्रो के कर्मचारियों को भी सतर्क रहने और जांच बढ़ाने को कहा है. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कानपुर की घटना के बाद रेलवे इकाई के पूरे स्टाफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है. पैदल और मोटरसाइकिल गश्त बढ़ा दी गई है. इसके अलावा श्वान दस्ते और बम निरोधक दलों की मदद से रेलवे पटरियों पर नियमित रूप से तोड़फोड़ विरोधी जांच की जा रही है. भाषा इनपुट से साभार