कानपुर मंडल के इन 6 जिलों में खुलेंगे ड्राइविंग इंस्टीट्यूट, बिना ट्रेनिंग के नहीं बनेंगे कॉमर्शियल डीएल
कानपुर मंडल के सभी छह जिलों में परिवहन विभाग ने ड्राइविंग इंस्टीट्यूट खोलने का फैसला किया है. चार पहिया हो या कॉमर्शियल वाहन का ड्राइविंग लाइसेंस उन्हीं का बनेगा, जो इन इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग करेंगे उन्हें ही सर्टिफिकेट मिलेगा.
प्रदेश में आय दिन सड़क हादसों में बढ़ रहीं मौतों पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने कानपुर मंडल के सभी छह जिलों में ड्राइविंग इंस्टीट्यूट खोलने का फैसला किया है. चार पहिया हो या कॉमर्शियल वाहन का ड्राइविंग लाइसेंस उन्हीं का बनेगा, जो इन इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग करेंगे उन्हें ही सर्टिफिकेट मिलेगा. इस इंस्टीट्यूट की शुरुआत रायबरेली से हो चुकी है. पिछले दिनों सड़क सुरक्षा की गठित कमेटी के चेयरमैन ने कानपुर आकर समीक्षा की थी. अकुशल ड्राइविंग से होने वाले एक्सीडेंट को लेकर चिंता जताई थी. बताया गया कि अब हर जिले में ड्राइविंग इंस्टीट्यूट खोलने पर मुहर लग चुकी है. जिले में इंस्टीट्यूट खुलेंगे तो ट्रेंड लोगों के हाथ में वाहन की स्टेयरिंग होगी. ऐसे में ट्रैफिक नियमों की अज्ञानता से अभी जो हादसे हो रहे हैं वे नहीं होंगे. ड्राइविंग इंस्टीट्यूट कानपुर नगर, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया, कन्नौज और कानपुर देहात में खुलेंगे.
कानपुर में 17 लाख वाहन, 37.12 लाख डीएलधारी
कानपुर नगर में लगभग 17 लाख दोपहिया, तिपहिया, चौपहिया और भारी वाहन रजिस्टर्ड हैं. जिले में जबकि 37.12 लाख लोगों के पास डीएल हैं. अभी आरटीओ का कोई अपना ड्राइविंग इंस्टीट्यूट नहीं है. इससे बिना प्रशिक्षण के डीएल जारी करना मजबूरी है. कानपुर नगर में ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक तो है पर मंडल के किसी दूसरे जिले में आटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक नहीं है.
हादसों में यूपी में कानपुर सबसे ऊपर
देश में यूपी और प्रदेश में कानपुर में सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतें होती हैं. कानपुर में कोरोना काल में जितनी मौतें नहीं हुईं, उससे अधिक मौतें सड़क हादसों में हुईं. कानपुर में एक साल में एक हजार से अधिक लोगों की जान हादसों में गई हैं. यह आंकड़ा घटाने की कोशिश विभाग कर रहा है. उप परिवहन आयुक्त, परिक्षेत्र डॉ. विजय कुमार ने बताया कि ड्राइविंग इंस्टीट्यूट खुलने के बाद डीएलधारी वाहन चलाने के बेसिक नियम जानेंगे. साथ ही परफेक्ट चालक के गुण भी हासिल होंगे. इससे सड़क हादसे कम होंगे.