कानपुर: सुकमा नक्सली हमले (Sukma Naxal Attack) में कानपुर का सीआरपीएफ जवान शैलेंद्र शहीद हो गया. तीन भाइयों में सबसे छोटे शैलेंद्र की चार महीने पहले 7 मार्च 2024 को शादी हुई थी. शादी के बाद ही वो ड्यूटी पर वापस चले गए थे और 7 जुलाई को वापस आने का वादा किया था. लेकिन अब शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचेगा.
परिवार में सबसे छोटा था शैलेंद्र
कानपुर के महाराजपुर नौगवा गौतम गांव निवासी शैलेंद्र ने पढ़ाई दौलत सिंह इंटर कॉलेज सिकटिया गांव और इंटरमीडिएट जनशिक्षण इंटर कॉलेज से की थी. ग्रेजुएशन शैलेंद्र ने महाराणा प्रताप डिग्री कॉलेज करचलपुर से की थी. शैलेंद्र के पिता का पहले ही निधन हो चुका है. मां ने ही किसी तरह से उसे पढ़ाया लिखाया था. शैलेंद्र तीन भाईयों में सबसे छोटे थे. उनके बड़े भाई की सर्प दंश से मौत हो चुकी है. एक अन्य भाई नीरज और उसकी पत्नी परिवार में हैं. बहन मनोरमा की शादी हो चुकी है.
चार महीने पहले हुई थी शादी
शैलेंद्र की शादी किसान नगर निवासी कोमल से हुई थी. उन्होंने ड्यूटी पर जाने से पहले पत्नी से वादा किया था कि जल्दी ही छुट्टी लेकर वापस आएगा. इसके बाद रविवार दोपहर एक बार फिर शैलेंद्र ने पत्नी कोमल से बात की थी और 7 जुलाई को घर आने की जानकारी दी थी. लेकिन शैलेंद्र के शहीद होने की सूचना पत्नी कोमल और मां तक पहुंची. बेटे के शहीद होने की सूचना जैसे ही मां को पता चली वो बेहोश हो गई. पत्नी कोमल भी हालत भी खराब बताई जा रही है. शैलेंद्र का पार्थिव शरीर सोमवार को छत्तीसगढ़ से लखनऊ और फिर कानपुर पहुंचाया जाएगा.