बैंकों में नकली सोना गिरवी रखकर लेते थे लोन, पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
कुछ दिन पहले इन आरोपियों ने मुथूट फिनकॉर्प समेत कई अन्य बैंक में नक़ली गोल्ड गिरवी रखकर लोन लिया था.
आगरा. बैंक में नकली सोना रखकर लोन लेने वाले चार अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. कुछ दिन पहले इन आरोपियों ने मुथूट फिनकॉर्प समेत कई अन्य बैंक में नक़ली गोल्ड गिरवी रखकर लोन लिया था. थाना कमला नगर में इन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस ने रविवार को मुखबिर की सूचना के आधार पर चारों आरोपियों को वाटरवर्क्स चौराहे से गिरफ्तार कर लिया. मुथूट बैंक के प्रबंधक रवि यादव के अनुसार उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी कि बैंक की शाखा में 2 सितंबर 2022 को ग्राहक लाला लालवानी द्वारा 43 ग्राम सोना रखकर ₹140000 का लोन लिया गया था.
फरार होने से पहले वाटर वर्क्स चौराहे से दबोचे
आगरा की मुथूट गोल्ड लोन बैंक कमला नगर में सोना गिरवी रखकर लाला लालवानी, अरविंद चौधरी, राजकुमार छुडेजा, वीरेंद्र गिड़वानी ने लोन लिया था. बैंक को जब सोने के नकली होने की जानकारी हुई तो उन्होंने थाना कमला नगर में चार आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद से पुलिस लाला लालवानी, अरविंद चौधरी, राजकुमार छुडेजा, वीरेंद्र गिड़वानी की तलाश में जुटी हुई थी. पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि यह चारों आरोपी वाटर वर्क्स चौराहे पर मौजूद है और यहां से फरार होने की फिराक में हैं. पुलिस ने घेराबंदी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
विशेष प्रकार के नकली जेवर बनाकर लिया लोन
पुलिस पूछताछ में लाला लालवानी, अरविंद चौधरी, राजकुमार छुडेजा, वीरेंद्र गिड़वानी ने बताया कि उनके दो अन्य साथी इस मामले में संलिप्त हैं. जो उन्हें विशेष प्रकार के नकली जेवर बना कर देते हैं. कोई भी सुनार आसानी से पहचान ना पाए और उसी का फायदा उठाकर उन्होंने बैंक से नकली लोन लेने की योजना बनाई थी. नकली सोने को गिरवी रखकर वह कई बैंकों से लाखों रुपए के लोन लेकर मुनाफा कमा चुके हैं.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा के दस्तावेज बरामद
पुलिस को आरोपियों के पास से कुछ कागजात भी बरामद हुए हैं जो आगरा में सिकंदरा स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा के हैं. यहां से लाला लालवानी के भाई और एक अन्य व्यक्ति ने नकली सोने के जेवर गिरवी रखकर लोन लिया था और इसी के साथ मुथूट फिनकॉर्प कमला नगर, संजय प्लेस और सिकंदरा की शाखाओं में अलग-अलग व्यक्तियों के नाम से नकली सोने के जेवर को रखकर लोन लिया गया है.