अयोध्या में राम मंदिर कब से बनेगा? दो तारीखों में से किसी पर पीएम मोदी लेंगे अंतिम फैसला
अयोध्या : राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी बैठक शनिवार को सर्किट हाउस में हुई. बैठक में शामिल होने के लिए ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, कामेश्वर चौपाल, नृत्यगोपाल दास, गोविंद देव गिरी महाराज और दिनेंद्र दास समेत दूसरे ट्रस्टी सर्किट हाउस में मौजूद रहे.
अयोध्या : राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी बैठक शनिवार को सर्किट हाउस में हुई. बैठक में शामिल होने के लिए ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, कामेश्वर चौपाल, नृत्यगोपाल दास, गोविंद देव गिरी महाराज और दिनेंद्र दास समेत दूसरे ट्रस्टी सर्किट हाउस में मौजूद रहे. बैठक के बाद कामेश्वर चौपाल ने बताया कि तीन और पांच अगस्त की दो तारीखें नींव रखने के लिए प्रधानमंत्री को भेजी गयी हैं. जिस तिथि को वह उपस्थित होंगे, उस दिन मंदिर निर्माण की नींव रखी जायेगी.
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक करीब एक घंटे तक चली. बैठक के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि बैठक में फैसला किया गया कि मानसून के बाद स्थिति सामान्य होने पर मंदिर निर्माण के लिए वित्तीय सहायता की कवायद शुरू की जायेगी. इसके लिए देश के चार लाख इलाकों के करीब 10 करोड़ परिवारों से संपर्क किया जायेगा.
It was discussed that 10 Crore families across 4 Lakh localities of the country will be contacted, after Monsoon and when the situation becomes normal, for financial support to build the temple: Champat Rai, General Secretary, Sri Ram Janmabhoomi Tirth Kshetra Trust pic.twitter.com/AGc4T1IKEn
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 18, 2020
साथ ही उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य होने के बाद, धन एकत्र कर मंदिर निर्माण के लिए सभी ड्राइंग पूरे होने के बाद उम्मीद है कि तीन-साढ़े तीन वर्षों के अंदर मंदिर का निर्माण पूरा किया जायेगा.
After the situation becomes normal, funds are collected and all drawings for the construction of the temple are complete, we think the construiction will be completed within 3-3.5 years: Champat Rai, General Secretary, Sri Ram Janmabhoomi Tirth Kshetra Trust pic.twitter.com/JNoBVX4nuf
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 18, 2020
उन्होंने कहा कि लार्सन एंड ट्रूब्रो मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने एकत्र कर रहा है. मंदिर की नींव का निर्माण मिट्टी की ताकत के आधार पर 60 मीटर नीचे किया जायेगा. नींव रखने का काम ड्राइंग के आधार पर शुरू होगा.
Larsen & Toubro is collecting samples for soil testing. Drawing of temple's foundation will be made on basis of the strength of soil 60 m below. Work to lay down the foundation will begin on basis of the drawing: Champat Rai, General Secy, Sri Ram Janmabhoomi Tirth Kshetra Trust pic.twitter.com/wjxOc9172o
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 18, 2020
वहीं, राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कामेश्वर चौपाल ने कहा है कि ”हमने राम मंदिर की नींव रखने की तारीख के रूप में तीन अगस्त या पांच अगस्त को चुनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो तारीखें भेजी हैं. जिस दिन वह फिट होंगे, उस दिन से मंदिर निर्माण शुरू होगा.
We have sent to Prime Minister two dates to choose from – either 3rd August or 5th August – as the date to lay down the foundation of the Ram Temple. The constrcutin will begin on the date he deems fit: Kameshawar Chaupal, Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust pic.twitter.com/3mcLboVsKv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 18, 2020
मालूम हो कि राम मंदिर का निर्माण अगले महीने शुरू होने की संभावना है. मंदिर निर्माण को लेकर भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है. ट्रस्ट के अध्यक्ष के आधिकारिक प्रवक्ता महंत कमल नयन दास के मुताबिक, ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर आधारशिला रखने के मौके पर राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए आमंत्रित किया है.
मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी के पूर्व प्रधान सचिव और मंदिर ट्रस्ट की निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने गुरुवार को अयोध्या का दौरा किया था. उनके साथ बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक और राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सुरक्षा सलाहकार के के शर्मा भी थे.
Posted By : Kaushal Kishor