अयोध्याः बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेताआें को साजिशकर्ता बताये जाने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ प्रवीण तोगड़िया केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी सरकार पर ही भड़क गये. उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि सीबीआर्इ केंद्र सरकार के अधीन काम करता है. उन्होंने कहा कि इस समय केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाला सीबीआर्इ अपने आरोप पत्र में राम मंदिर आंदोलन के नायकों में शामिल भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, साध्वी ऋतंभरा आैर विनय कटियार सरीखे नेताआें को साजिशकर्ता बताया है. उन्होंने कहा कि देश में रामराज्य आैर राम जन्म भूमि पर मंदिर चाहिए.
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उन्होंने कहा कि सीबीआर्इ अदालत में अतिरिक्त चार्जशीट दाखिल कर यह बताये कि राम मंदिर आंदोलन से जुड़े नेताओं ने कोई साजिश नहीं की थी. उन्होंने कहा कि मस्जि विध्वंस करने की साजिश में यदि कोई हिंदू नेता जेल गया, तो माना जायेगा कि देश में एक भी हिंदू सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि कश्मीरी अलगाववादियों पर रबर की गोली दागने में संकोच किया जा रहा है और किसानों पर जान लेने वाली गोली चलायी जा रही है. इस विसंगति पर विराम लगना चाहिए और किसानों को कर्जमुक्त करना होगा, तभी माना जायेगा कि देश में रामराज्य आ रहा है.
डॉ तोगड़िया ने कहा कि मंदिर निर्माण का एक ही रास्ता है कि सरकार कानून पारित करे. राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है, तो संसद का संयुक्त अधिवेशन बुलाया जाये. आपसी सहमति के प्रयासों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वार्ता करने की सलाह उसी तरह है कि बाप के हत्यारे से समझौते का सुझाव दिया जाये. राम तो हमारे बाप के भी बाप हैं, उनका मंदिर तोड़ने वाले की वकालत करने वालों से बातचीत संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि का टुकड़ा या कोई साधारण भवन का सवाल नहीं है, बल्कि यह सौ करोड़ लोगों की श्रद्धा का विषय है और इसका निर्धारण कोर्ट नहीं कर सकता.
दरअसल, गोपालदास के 79वें जन्मोत्सव के अंतिम दिन आयोजित संत सम्मेलन में तोगड़िया वहां जुटे संतों आैर हिंदूवादी नेताआें को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य एवं पूर्व सांसद डॉ रामविलासदास वेदांती ने कहा कि मोदी को सत्ता इसलिए मिली कि अयोध्या में राम मंदिर बने.
इस दौरान भाजपा के प्रमुख नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी, पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद, विदुषी ऋतंभरा, रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजयशरण, अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैयादास, रामायणी रामशरणदास, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री व बजरंगदल के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक जयभान ङ्क्षसह पवैया ने भी विचार रखे.