लखनऊ : राजधानी लखनऊ के अलीगंज थाना क्षेत्र में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार और तेजाब हमले शिकार हो चुकी एक महिला पर एक बार फिर कथित रुप से दोबारा तेजाब डाले जाने की खबर है. पीडि़त महिला के मुताबिक यह घटना शनिवार रात उस हॉस्टल के पास हुई जहां वह रहती है.
करीब 45 वर्षीय इस महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बतायी जाती है. उसके चेहरे और गले पर जले का निशान है हालांकि अभी इस मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है और पुलिस तहरीर का इंतजार कर रही है. मामले की जांच की जा रही है. इससे पहले गत 23 मार्च को इसी महिला को ट्रेन में दो लोगों ने कथित रुप से जबरन तेजाब पिला दिया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल जाकर उसका हाल लिया था और आरोपियों को गिरफ्तार करने के आदेश देने के साथ-साथ महिला को एक लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया था. महिला का कहना था कि उसके साथ वह घटना तब हुई थी जब वह इलाहाबाद लखनऊ गंगा गोमती एक्सप्रेस से चारबाग स्टेशन पहुंची थी और रेलवे पुलिस को खुद को तेजाब पिलाया जाने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करायी थी. उसने यह शिकायत लिखकर दी थी क्योंकि वह कथित रुप से तेजाब पिलाये जाने की वजह से बोल नहीं पा रही थी.
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महिला का आरोप था कि ट्रेन में दो लोगों ने उसे जबरन तेजाब पिलाया था. उसका कहना था कि दो लोगों ने वर्ष 2009 में रायबरेली के उंचाहार स्थित उसके घर में संपत्ति के विवाद को लेकर उससे सामूहिक बलात्कार किया था. वर्ष 2012 में इसी महिला पर चाकू से हमला किया गया था और 2013 में भी उसे तेजाब से जलाने की कथित कोशिश की गयी थी.