लखनऊ : राज्यसभा से इस्तीफे के बाद नये सिरे से रणनीति बनाने की कवायद में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कल नयी दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलायी है. पार्टी के एक नेता ने बताया कि पार्टी के संयोजक, विधायक, विधान परिषद सदस्य और राज्यसभा सांसदों सहित सभी महत्वपूर्ण नेता इस बैठक में बुलाये गये हैं.
राज्यसभा से इस्तीफे के बाद के हालात की समीक्षा और उसके अनुरूप रणनीति बनाने केउद्देश्य से यह बैठक आहूत की गयी है. पार्टी के अंदर के लोगों का कहना है कि मायावती संभवत: नेताओं से जनता को यह बताने के लिए कहेंगी कि उन्होंने किन वजहों से इस्तीफा दिया. उन्होंने कहा कि मायावती को भाजपा शासित राज्य में दलित उत्पीडन पर बोलने नहीं दिया गया जिसके कारण वह इस्तीफा देने को बाध्य हुईं.
पार्टी सूत्रों ने कहा कि मायावती (61) पार्टी नेताओं से जानकारी हासिल करेंगी कि उनके इस्तीफे के बाद कार्यकर्ताओं की क्या प्रतिक्रिया है. वह रैली करने के बारे में भी फैसला कर सकती हैं.
मायावती के इस्तीफे पर पार्टी के लोग क्या सोचते हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता बहुत खुश हैं क्योंकि उनका मानना है कि अब मायावती सांगठनिक मसलों को देखने में पूरा समय दे सकती हैं और इससे निश्चित तौर पर पार्टी को मजबूत करने में मदद मिलेगी.
मायावती का राज्यसभा का कार्यकाल अगले साल अप्रैल तक था. राजनीतिक हलकों में मायावती के इस कदम को उनके दलित वोट बैंक को मजबूत करने की कवायद के रुप में देखा जा रहा है.
वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी का खाता भी नहीं खुला था जबकि उत्तर प्रदेश के 2017 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी केवल 18 सीटें जीत पायी.