राज्‍यसभा सांसद बनने के बाद भी अमित शाह नहीं छोड़ेंगे भाजपा अध्यक्ष का पद

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राज्यसभा सांसद बनने की स्थिति में अध्यक्ष पद छोड़ने या नरेन्द्र मोदी सरकार में शामिल होने की संभावना से आज साफ इंकार किया. शाह से जब एक प्रेस वार्ता में पूछा गया कि क्या वह सांसद बनने के बाद मोदी कैबिनेट में शामिल होंगे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2017 11:12 PM

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राज्यसभा सांसद बनने की स्थिति में अध्यक्ष पद छोड़ने या नरेन्द्र मोदी सरकार में शामिल होने की संभावना से आज साफ इंकार किया. शाह से जब एक प्रेस वार्ता में पूछा गया कि क्या वह सांसद बनने के बाद मोदी कैबिनेट में शामिल होंगे या पार्टी अध्यक्ष का पद त्याग देंगे, तो उनका जवाब था कि ऐसा सवाल ही नहीं उठता.ऐसी अटकलें लगायी जा रही थीं कि राज्यसभा का सदस्य बनने के बाद वह केंद्र सरकार में शामिल हो सकते हैं या पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ सकते हैं. शाह ने राज्यसभा में जाने की स्थिति में भाजपा अध्यक्ष पद छोड़ने की अटकलों को विराम देते हुए कहा, ‘मुझ पर अध्यक्ष पद का दायित्व है. मैं खुश हूं और बड़ी तन्मयता से काम कर रहा हूं. आप लोग (मीडिया) धक्का मत लगाइये.’

नरेन्द्र मोदी को आजादी के बाद देश का ‘सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री’ करार देते हुए शाह ने कहा कि मोदी ने देश का सम्मान दुनिया में बढ़ाया है. मोदी के नेतृत्व में परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण का नासूर खत्म करने में कामयाबी मिली है. उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन संवाददाताओं से बातचीत करते हुए शाह ने दावा किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और बड़े बहुमत से सरकार बनायेगी. इसमें कोई संशय नहीं है. मोदी सरकार का सुशासन ही इस दावे का आधार है. जिस तरह सरकार ने काम किया है, मुझे लगता है जनता हमें इससे ज्यादा बहुमत से काम करने का मौका देगी.

भाजपा अध्यक्ष ने मोदी सरकार की सराहना करते हुए कहा कि इस सरकार के तीन साल के कार्यकाल में देश की जनता बहुत बड़ा परिवर्तन महसूस कर रही है. भाजपा के सत्ता सम्भालने से पहले 10 साल तक एक ऐसी सरकार चली, जिसमें हर महीने घपले और घोटाले उजागर होते थे. करीब 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले हुए जबकि मोदी सरकार पर उसके विरोधी भी भ्रष्टाचार का एक आरोप तक नहीं लगा पाये हैं.

उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सरकार के लिये कहा जाता था कि उसका ‘पालिसी पैरालिसिस’ हुआ है. हर मंत्री खुद को प्रधानमंत्री समझता था और ‘बेचारे’ प्रधानमंत्री को कोई प्रधानमंत्री ही नहीं मानता था. शाह ने कहा कि अगर मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनायेंगे तो बहुत समय लगेगा, लेकिन मोदी सरकार की विशेषता यह रही कि पिछले 50 सालों में सरकारें दो-तीन ही ऐसे काम करती हैं जो अहम होते हैं. इस सरकार ने तीन साल में 50 महत्वपूर्ण काम किये हैं. तीन साल में देश की अर्थव्यवस्था दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता अर्थतंत्र बन गया है. शेयर बाजार सर्वोच्च शिखर पर पहुंचा है और सभी प्रकार के वित्तीय मानक भाजपा सरकार ने बरकरार किये हैं.

उन्होंने कहा कि जब केंद्र में मोदी सरकार की रचना हुई तो प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह गरीबों, पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और वंचितों की सरकार होगी. सरकार ने इन वर्गों का स्तर उठाने के लिये बहुत काम किये. उज्ज्वला योजना के तहत पांच करोड़ में से दो करोड़ 60 लाख महिलाओं को कनेक्शन दिया जा चुका है. करोड़ों लोगों को बीमा कवच दिया गया. चार करोड़ 64 लाख बेरोजगारों को मुद्रा योजना का लाभ दिया गया.

Next Article

Exit mobile version