लखनऊ : पिथौरागढ़ में बुधवार रात बादल फटने कई रिहायशी मकान और एक पुल बह गया. साथ ही करीब करीब 56 मवेशी बह गये. ग्रामीणों ने सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर शरण लेकर अपनी-अपनी जानें बचाईं. अभी तक किसी के मारे जाने की सूचना नहीं है.
#WATCH Uttarakhand: Bridge washed away after cloudburst in Pithoragarh's Madkot, 56 goats drowned, SDRF at the spot. pic.twitter.com/YH4StDrI8p
— ANI (@ANI) August 10, 2017
जानकारी के मुताबिक, कुमाऊं के पिथौरागढ़ में देर रात तकरीबन दस बजे बादल फटने से 200 से ज्यादा लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गयी. गोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. तेज बहाव का कहर सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल पर बरपा. स्कूल की दीवार ढह गयी. मुख्य भवन पर भी खतरा मंडराने लगा. वहीं, नदी किनारे बांधी गये मवेशी बह गए. नयी बस्ती के करीब तीन दर्जन परिवार खतरे में आ गये हैं. प्रशासन ने प्रभावित इलाके में मदद के लिए राहत टीमें मौके पर भेज दी हैं. जिला मुख्यालय से करीब 80 किमी दूर होने और संचार संपर्क भंग हो जाने से वहां हुए नुकसान का आकलन और सही जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही है. प्रभारी जिलाधिकारी ए चौहान ने बताया कि नुकसान की व्यापक जानकारी नहीं मिल पा रही है. राहत टीमों को रवाना कर दिया गया है.