बरेली : काजी ने जारी किया फरमान, स्वतंत्रता दिवस पर ”राष्ट्रगान” न गाएं मुसलमान
लखनऊ : जमात रजा-ए-मुस्तफा के प्रवक्ता नासिर कुरैशी ने बताया कि बरेली के काजी आसजद आर खान ने बर्लवी मदरसा को स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए कहा है. साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की सरकार द्वारा सभी मदरसों में राष्ट्रगान गाने और वीडियोग्राफी कराये जाने के फरमान को मानने से इनकार कर […]
लखनऊ : जमात रजा-ए-मुस्तफा के प्रवक्ता नासिर कुरैशी ने बताया कि बरेली के काजी आसजद आर खान ने बर्लवी मदरसा को स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए कहा है. साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की सरकार द्वारा सभी मदरसों में राष्ट्रगान गाने और वीडियोग्राफी कराये जाने के फरमान को मानने से इनकार कर दिया है. बरेली के काजी ने योगी सरकार के फरमान का बहिष्कार करते हुए कहा है कि मदरसों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जायेगा, लेकिन राष्ट्रगान नहीं गाया जाएगा. राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रगान की जगह ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा…’ गाया जायेगा.
काजी ने पत्र भेज कर राष्ट्रगान गाने से किया मना
जमात रजा-ए-मुस्तफा के प्रवक्ता नासिर कुरैशी ने बताया कि योगी सरकार के फैसले पर शहजाद-ए-ताजुशरिया व जमात रजा मुस्तफा के अध्यक्ष मौलाना असजद रखा खां कादरी (अजसद मियां) ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मदरसों के प्रबंधक, संचालक 15 अगस्त को शान से तिरंगा फहराएं, ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा…’ तराना गाएं. हमेशा की तरह मिठाई बांट कर जश्न मनाएं. जंग-ए-आजादी में जिन लोगों ने कुर्बानियां दी उनको याद करें.’ साथ ही कहा कि ‘हिंदुस्तान एक जम्हूरी मुल्क है. यहां पर हर मजहब और मिल्लत के लोगों को अपने मजहबी पहचान के साथ जीने का हक है. मुसलमान हर वह काम करें, जिसकी शरीयत उसको इजाजत दे और जिसे मना करे, उनसे परहेज करें. मुसलमान मदरसों में राष्ट्रगान न पढ़ें. जमात रजा-ए-मुस्तफा के उपाध्यक्ष सलमान हसन कादरी ने कहा कि हुकूमत का मदरसों को ऐसा आदेश देना एक साजिश है. इसलिए मदरसों को राष्ट्रगान से परहेज करने को कहा गया है.’
योगी सरकार ने सभी जिलों के अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को भेजा था पत्र
योगी सरकार ने सभी जिलों के अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को पत्र भेज कर निर्देश दिया है कि ‘सुबह आठ बजे झंडारोहण और राष्ट्रगान होगा और 8.10 पर स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. मदरसों में स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाए. छात्र-छात्राएं राष्ट्रीय गीतों का प्रस्तुतिकरण हो. साथ ही कार्यक्रम की वीडियोग्राफी करायी जाए.’