लखनऊ : मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. इस दौरान उन्होंनेबाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के जिलाधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने और बचाव शिविरों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिये. साथ ही राहत एवं बचाव कार्यों को त्वरित करने की आवश्यकता पर बल दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि राहत कार्यों में कोई लापरवाह है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
#WATCH CM Yogi Adityanath conducts aerial survey of flood affected areas in Uttar Pradesh. pic.twitter.com/mHB9t5Iwd0
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 16, 2017
सिद्धार्थनगर-बिगहा गांव के पास राप्ती नदी पर बना दलपतपुर पर सोहन बांध 15 मीटर तक बुधवार को टूट गया. इससे दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गये. वहीं, नेपाल से आनेवाली 14 छोटी-बड़ी नदियों ने उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर ढा रही हैं. नेपाल से छोड़े जा रहे पानी से हालात बिगड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री आज सीतापुर और लखीमपुर में बाढ़पीड़ितों से मिल कर हालात का जायजा लेंगे और राहत सामग्री का वितरण करेंगे. वहीं, गोरखपुर शहर के बाहरी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. वहीं, हरवर्ट बांध का रेगुलेटर टूटने से यहां बाढ़ का पानी घुस आया है. वहीं, बलिया में घाघरा उफान पर है. इससे चार तहसीलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. बैरिया तहसील के कई तटवर्ती गांवों पर खतरा मंडरा रहा है. महाराजगंज में रोहिन नदी पर बना तटबंध कई जगहों से टूटने के कारण करीब पांच दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. वहीं, एनडीआरएफ और एसएसबी की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुट गयी हैं.
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CM योगी सीतापुर और लखीमपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी आज सीतापुर और लखीमपुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. सीतापुर के रउसा के मारुबेहड़ में मुख्यमंत्री बाढ़पीड़ितों से मिल कर हालात का जायजा लेंगे. इस मौके पर राहत सामग्री भी बांटी जायेगी. वहीं लखीमपुर जिले के बाढ़पीड़ित क्षेत्रों में भी मुख्यमंत्री उनकी समस्याओं से रूबरू होंगे और अधिकारियों से राहत व बचाव कार्य के लिए उठाये गये कदम की जानकारी लेंगे. उसके बाद आम सभा की करेंगे. जिला प्रशासन ने बाढ़पीड़ितों को देने के लिए करीब 500 राहत किट तैयार की है. इसे भी बाढ़पीड़ितों के बीच बांटी जायेगी.
पूर्वोत्तर रेलवे की कई ट्रेनें रद
बाढ़ के हालात को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ने 11 ट्रेनों को रद कर दिया है, जबकि दो ट्रेनों की दूरी कम कर चलायी जा रही हैं.
सिद्धार्थनगर में भी बाढ़ का खतरा
नेपाल में हो रही बारिश और पानी छोड़े जाने का असर सिद्धार्थनगर जिले पर भी पड़ा है. नेपाल से आनेवाली 14 छोटी-बड़ी नदिया उफान पर हैं. कुछ नदिया खतरे के निशान से ऊपर है. शोहरतगढ़ में बाणगंगा और ककरही पुल पर बुढ़ी राप्ती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. कूड़ा नदी भी आलमनगर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. घोंघी नदी लोटन में तबाही मचा रही है. बस्ती-नौगढ़ एनएच-233 पूरी तरह से बंद हो गया है. बाढ़ से निबटने के लिए स्टीमर मंगा लिये गये हैं.
बाढ़ के हालात की जानकारी देते सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू.