अलीगढ (उत्तर प्रदेश) : पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी ने मदरसे के वाटर कूलर में जहर मिलाये जाने के मामले में कोई राजनीतिक कारण या पहलू होने की बात से इंकार किया है. जिस मदरसे के पानी में जहर मिलाये जाने की बात कही गयी है वह अल नूर ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है. इस ट्रस्टकी चेयरपर्सन सह अध्यक्ष सलमा अंसारी हैं.सलमा ने कल शाम यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, मैं नहीं मानती हूं कि कोई राजनीतिक संगठन इस हद तक गिर सकता है.
गौरतलब है कि शनिवार को चाचा नेहरु मदरसे में उस वक्त एक बडा हादसा होते-होते टल गया जब कक्षा आठ के छात्र मोहम्मद अफजल ने देखा कि मदरसे के वाटरकूलर में कथित तौर पर दो अज्ञात व्यक्ति चूहे मारने वाली दवा मिला रहे हैं. छात्र ने तुरंत इस बात की सूचना मदरसे के प्राचार्य को दी.
हामिद अंसारी की पत्नी सलमा ने बताया उनके मदरसे की पानी टंकी में कुछ लोगों ने डाला चूहा मारने की दवा
इस चैरेटिबल संस्थान को पिछले 18 साल से चला रहीं सलमा का कहना है कि वह इस 13 साल के बच्चे अफजल का नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिये भेजेंगी। उन्होंने कहा कि यह घटना एक पूर्व नियोजित थी जिसका लक्ष्य मदरसे के साथ साथ मेरा नाम भी बदनाम करने का था. इस मदरसे में करीब चार हजार छात्र पढते हैं, उनमें से कुछ छात्रावास में भी रहते हैं. उन्हें यहां नि:शुल्क शिक्षा मिलती है.
उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद मदरसे के अधिकारियों ने सुरक्षा इंतजाम मजबूत करने का फैसला लिया है, जिसके तहत मदरसे में विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगें इस बीच पुलिस अधीक्षक अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि उन असामाजिक तत्वों की पहचान की कोशिश की जा रही है ताकि इस घटना के पीछे उनकी मंशा का पता लगाया जा सके. उन्होंने कहा कि हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि मदरसे की सुरक्षा में कहां कमियां थी, जिसके कारण कुछ असामाजिक तत्व मदरसे में घुसने में कामयाब रहे.