बीएचयू प्रकरण पर गरमायी राजनीति, कांग्रेस ने मोदी की चुप्पी पर उठाया सवाल, एएमयू की छात्राएं समर्थन में आयीं
नयी दिल्ली/लखनऊ/अलीगढ़ :वाराणसी के प्रसिद्ध बनारस हिंदूूविश्वविद्यालय बीएचयूमें छात्राओंपरहुएलाठीचार्ज का मुद्दा गरमा गया है. अब इसमोर्चे परप्रमुख पार्टियों का राष्ट्रीय नेतृत्व सीधे आरोप-प्रत्यारोप कर रहा है. कांग्रेस ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अभी तक चुप्पी साधे रखने पर सवाल उठाते हुए इस शिक्षण संस्थान […]
नयी दिल्ली/लखनऊ/अलीगढ़ :वाराणसी के प्रसिद्ध बनारस हिंदूूविश्वविद्यालय बीएचयूमें छात्राओंपरहुएलाठीचार्ज का मुद्दा गरमा गया है. अब इसमोर्चे परप्रमुख पार्टियों का राष्ट्रीय नेतृत्व सीधे आरोप-प्रत्यारोप कर रहा है. कांग्रेस ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अभी तक चुप्पी साधे रखने पर सवाल उठाते हुए इस शिक्षण संस्थान के कुलपति को बर्खास्त करने तथा पूरे घटनाक्रम की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराने की आज मांग की. वहीं, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज कहा कि वाराणसी प्रकरण पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है. समिति जो रिपोर्ट देगी उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नर से रिपोर्ट तलब की है. बीएचयू के बाहर आज कांग्रेस व सपा ने विरोध-प्रदर्शन किया. वही, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वद्यालय की छात्राएं बीएचयू छात्राओं के समर्थन में आ खड़ी हुई हैं. बीएचयू का यह पूरा मामला छात्राओं को आये दिन होने वाले छेड़खानी को लेकर सुरक्षा देने से जुड़ा है और मामले ने फाइन आर्ट्स की एक छात्रा के साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद तूल पकड़ लिया.
बीएचयूमामले पर पीएम ने अब तक नहीं बोला एक शब्द : मनीष तिवारी
कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा, बनारस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. उनकी सरकार एक व्यापक कार्यक्रम चला रही है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ. जब बेटियां पढ़-लिखकर अपने हक की लड़ाई लड़े तो उन पर लाठियां चलायी जाती हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री वैसे तो हर बात पर ट्वीट करते हैं, मन की बात करते हैं किंतु अपने ही संसदीय क्षेत्र में लड़कियों पर हुए लाठीचार्ज पर उन्होंने अभी तक एक शब्द भी नहीं बोला है और पूरी तरह से चुप्पी साध ली है.
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कुलपति को तुरंत बर्खास्त किया जाएं : कांग्रेस
मनीष तिवारी ने कहा, विश्वविद्यालय के कुलपति को छात्राओं से यह कहने के लिए डूब मरना चाहिए कि यदि उन्हें अपनी इज्जत प्यारी है तो उन्हें छह बजे के बाद छात्रावास से बाहर नहीं निकलना चाहिए. उन्होंने कहा कि वहां असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने के बजाय छात्राओं पर ही लाठियां बरसायी जाती हैं. उन्होंने कहा, इस तरह के असंवेदनशील कुलपति को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए. राष्ट्रपति बीएचयू के विजीटर हैं. उन्हें मामले का संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.
पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से करायी जाएं : मनीष तिवारी
कांग्रेस नेता ने कहा, इस पूरे घटनाक्रम की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच करायी जानी चाहिए. साथ ही छात्राओं पर लाठीचार्ज कराने के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि देशभर के छात्र-छात्राओं पर जुल्म करना इस सरकार का डीएनए बन गया है. यही कारण है कि देश के छात्र इस सरकार को नकार रहे हैं. इस बात का पता हैदराबाद विश्वविद्यालय में रोहित वैमुला के समर्थकों की जीत से चलता है. दिल्ली, राजस्थान, पंजाब आदि विश्वविद्यालयों के छात्रसंघ चुनावों के नतीजों से छात्राओं ने दिखा दिया है कि वह वर्तमान केंद्र सरकार को पसंद नहीं कर रही है.
छात्रों पर दमन के भुगतने पड़ सकते हैं नतीजे : कांग्रेस
कांग्रेस नेता ने सरकार को आगाह किया कि छात्रों पर दमन करने के नतीजे उसे भुगतने पड़ सकते हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया है कि जांच के बाद बीएचयू की सारी सच्चाई सामने आ जायेगी. इस बयान पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर तिवारी ने कहा कि जब से योगी सरकार उप्र में सत्ता में आयी है, गोरखपुर और फर्रुखाबाद में बच्चों की मौत की घटनाओं से पता चल गया कि उनकी सरकार कितनी संवेदनशील है. उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री योगी में यदि रत्ती भर भी संवेदनशीलता होती तो वह वीसी को बर्खास्त करने की सिफारिश कर देते. यह सब घड़ियाली आंसू के अलावा कुछ और नहीं है.
वाराणसी प्रकरण पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति गठित
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज कहा कि वाराणसी प्रकरण पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है. राम नाईक ने वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की छात्राओं पर पुलिस लाठीचार्ज को लेकर किये गये सवालों के जवाब में संवाददाताओं से कहा, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति बनायी गयी है जो रिपोर्ट देगी. उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. समिति देखेगी कि पुलिस का बर्ताव कैसा था और अन्य पहलुओं की जांच करेगी.
सीएम योगी पहले ही दे चुके हैं जांच के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथरविवारको ही इस घटना की जांच के आदेश दे चुके हैं, जिसमें शनिवार को पुलिस लाठीचार्ज के दौरान छात्राएं और दो पत्रकार घायल हो गये थे. हिंसा के मद्देनजर विश्वविद्यालय नेरविवार से दो अक्तूबर तक अवकाश घोषित कर दिया है. पुलिस और विश्वविद्यालय के सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय की छात्रा के साथ परिसर में कथित छेड़छाड़ की घटना का विरोध कर रहे सभी छात्र शनिवार रात कुलपति से उनके आवास पर मिलना चाहते थे.
हालात काबू में करने को पुलिस ने किया लाठीचार्ज : विवि प्रवक्ता
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि कुछ छात्र जबरन कुलपति आवास में प्रवेश करना चाहते थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया. उन्होंने बताया कि उसके बाद बाहरी तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया गया, जो छात्रों की भीड़ में शामिल हो गये थे. हालात काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
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बीएचयू घटना के विरोध में एएमयू छात्राओं का प्रदर्शन
अलीगढ़ : अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय :एएमयू: की छात्राओं ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय :बीएचयू: में हुई घटना के विरोध में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी छात्राएं काशी हिंदू विश्वविद्यालय की छात्राओं के साथ हुई कथित पुलिस ज्यादती के विरोध में कल सड़कों पर उतरीं और नारेबाजी की.
प्रदर्शनकारी छात्राओं के एक प्रतिनिधि ने बताया कि हमने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर इस प्रकरण में हस्तक्षेप का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि एएमयू की छात्राएं इस समय सदमे से गुजर रहीं हैं बीएचयू की अपनी बहनों को कभी अकेला नहीं छोड़ेंगी. ज्ञापन में कहा गया कि बीएचयू के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफकार्रवाई के बजाय राज्य प्रशासन मामले को रफा-दफा करने में लगा है. प्रदर्शनकारियों ने ज्ञापन जिला प्रशासन के एक अधिकारी को सौंपा ताकि वह इसे राष्ट्रपति को भेज सकें.