लखनऊ : पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अब उत्तर प्रदेश में होनेवाले नगर निकाय चुनाव में अपने मत का प्रयोग नहीं कर पायेंगे. भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी का नाम मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान कई वर्षों से मत नहीं देने के कारण हटा दिया गया है. मालूम हो कि लखनऊ के बनारसी दास वार्ड से मतदाता रहे वाजपेयी ने पिछली बार वर्ष 2000 में हुए नगर निगम चुनाव में मतदान किया था, जबकि वर्ष 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में यहां से वोट दिया था.
इस संबंध में नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि अटल बिहारी वाजपेयी नगर निगम में दिये अपने पते के मकान में कई वर्षों से नहीं रह रहे हैं. इस कारण उनका नाम मतदाता पुनरीक्षण अभियान के तहत हटा दिया गया है. मालूम हो कि अटल बिहारी वाजपेयी के मतदाता सूची में अंकित पते पर वर्तमान में किसान संघ का कार्यालय है. उनका ठिकाना बासमंडी स्थित मकान नंबर 92/98-1 और मतदाता क्रमांक 1054 था. नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक वाजपेयी पिछले कई वर्षों से शहर में नहीं आये हैं. अटल बिहारी वाजपेयी वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही सक्रिय राजनीति से संन्यास ले चुके हैं और अब वे दिल्ली में रहते हैं. स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के कारण वह अब गिने-चुने लोगों से ही मुलाकात करते हैं.