अमेठी : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि देश के किसानों को राहत देने का भाषण देने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी में अपनी अगुवाई वाले राजीव गांधी ट्रस्ट द्वारा ले ली गयी किसानों की जमीन अब तक वापस नहीं की है. स्मृति ने यहां भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की शिरकत वाले एक कार्यक्रम में कहा कि अमेठी के किसानों ने फैक्टरी लगवाने के लिये राज्य सरकार को अपनी जमीन दी थी. उन्हें आश्वासन दिया गया था कि इस जमीन पर सिर्फ फैक्टरी चलेगी और अमेठी के लोगों को रोजगार मिलेगा, लेकिन जब यहां पर साइकिल फैक्टरी बंद हुई तो राहुल गांधी की अगुवाई वाले राजीव गांधी फाउंडेशन ने इस जमीन को ले लिया, जबकि उसका काम कोई भी वित्तीय गतिविधि चलाना नहीं है.
स्मृति ईरानी ने कहा ऑर्डर निकला हुआ है कि यह जमीन उत्तर प्रदेश सरकार को वापस की जाये, राहुल जी का कब्जा किसानों की जमीन से हटाया जाये, लेकिन इससे प्रभावित किसान कह रहे हैं कि आज तक किसानों को राहत का भाषण देने वाले राहुल ने खुद किसानों की जब्त की गयी जमीन नहीं लौटायी है. स्मृति ने कहा, राहुल जी ने यहां रिले ट्रांसमीटर का फीता काटा, और पूछा कि अमेठी में एफएम स्टेशन क्यों बनवा रहे हो? जो रिले ट्रांसमिशन और एफएम स्टेशन के बीच का फर्क ना जानता हो, वह सांसद विकास पर ज्ञान दे, यह कितना शोभा देता है, यह कांग्रेस के लिये चिंतन और चिंता का विषय है.
पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी लोकसभा सीट से राहुल को कड़ी टक्कर देने वाली स्मृति ने कहा कि अमेठी को मात्र वोट के नजरिये से देखने वाले लोगों की अकर्मण्यता का ही परिणाम है कि वर्ष 2011 में जिला बनाये जाने के बावजूद अमेठी में आज तक कलेक्टर का कार्यालय नहीं बना है. उन्होंने कहा कि ऊंचाहार से अमेठी के बीच एक रेल लाइन का वादा पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गांधी और राजीव जी ने किया था, लेकिन उसके लिए सर्वेक्षण का काम मोदी सरकार के कार्यकाल में हुआ है. सरकार ने इस परियोजना से प्रभावित हो रहे गांवों के लिये 190 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं.
केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने कहा कि आज अगर राहुल मेरी बात सुन रहे हैं तो हम कहना चाहेंगे कि आप जाकर देश दुनिया में विकास की बातें करते हैं. विशेष रूप से गुजरात जाकर विकास का उपहास करते हैं, कम से कम देश को इतना तो बता दीजिये कि आज अगर अमेठी जिला अस्पताल में टीबी का यूनिट बना है, वह ऐसे वक्त में बना है जब केंद्र में भाजपा की सरकार है.
स्मृति ने कहा कि यह उनके जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है कि वह अमेठी की दीदी बन गयी हैं. विकास के लिये उनका संघर्ष तब तक चलता रहेगा, जब तक अमेठी के कोने कोने तक विकास नहीं पहुंच जाता.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा उन्होंने अमेठी के कुछ गांवों में गोमती नदी की कटान के समाधान के लिये तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार से निवेदन किया था, लेकिन उसने उस पर रत्ती भर भी ध्यान नहीं दिया. प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद इस समस्या को लेकर त्वरित कार्रवाई की गयी और योगी सरकार ने इसे छह माह में हल कर दिया.
उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह यहां आये थे तब भाजपा को पांच में से चार सीटें मिली थी. आज शाह फिर आये हैं तो 2019 में यहां कमल का फूल खिलेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मौके पर राहुल पर तंज करते हुए कहा कि हम एक महीने पहले से तय कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे थे, उसी दौरान दो अक्तूबर को राहुल जी के कार्यक्रम की सूचना हमें मिली. पता लगा कि कांग्रेस के शहजादे का अमेठी आने का कार्यक्रम है. स्मृति जी की वजह से कांग्रेस के शाहजादे को तीन दिन तक यहां देखने का सौभाग्य हमें मिला.
योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि राहुल के अंदर विकास की कोई ललक नहीं है. किसानों, गरीबों, नौजवानों के बारे में कोई सोच नहीं है. स्मृति के नेतृत्व में यहां पर विकास योजनाओं के पत्थर लग रहे हैं. अमेठी का विकास किस रूप में होना चाहिए, कौशल विकास योजना में नौजवानों को रोजगार मिलना चाहिए. उस दिशा में हमने प्रयास शुरू किये हैं.
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