गोरखपुर (लखनऊ) : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि ताजमहल का निर्माण भारत माता के सपूतों के खून पसीने से हुआ है और इसकी सुरक्षा का जिम्मा उत्तर प्रदेश सरकार का है. योगी ने बताया कि वह आगरा में पर्यटन योजनाओं की समीक्षा के लिए अगले सप्ताह वहां जायेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि ताज महल को किसने और क्यों बनवाया. ताजमहल एक ऐतिहासिक धरोहर है.
भाजपा नेता संगीत सोम के ताजमहल पर दिये गये विवादास्पद बयान के बाद मुख्यमंत्री योगी की यह टिप्पणी आयी है. मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में कहा, यह मायने नहीं रखता कि ताज महल को किसने और क्यों बनवाया. यह भारत माता के सपूतों के खून पसीने से बना है. यह पूरी दुनिया में अपने वास्तु के लिये मशहूर है. यह एक ऐतिहासिक धरोहर है और हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
खासतौर पर पर्यटन की दृष्टि से यह हमारी प्राथमिकता में है और पर्यटकों को सुविधाएं एवं सुरक्षा मुहैया कराना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा, यह उत्तर प्रदेश सरकार का दायित्व है कि वह वहां जाने वाले पर्यटकों को सुरक्षा और सुविधा मुहैया कराये. मैं स्वयं 26 अक्टूबर को आगरा जाऊंगा. हमने आगरा के लिये 370 करोड़ रुपये की कार्ययोजना बनाई है.
योगी ने कहा, हमारी सरकार पर्यटन विकास की योजनाओं पर काम कर रही है. कालिंजर किले, झांसी की रानी लक्ष्मी बाई किले और चुनार किले के विकास के लिये भी योजनायें बना रही है. इधर, लखनऊ में प्रमुख सचिव सूचना और पर्यटन अवनीश अवस्थी ने पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री 26 अक्तूबर को आगरा और ताजमहल जायेंगे और वहां पर्यटन योजनाओं की समीक्षा करेंगे.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आगरा के किले भी जायेंगे तथा पर्यटन के अलावा आगरा जिले की अन्य विकास परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे. प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि ताज दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक है और हमारे देश की शान है, इसलिए इसे विवादों में मत लाइये और इसे लेकर राजनीति मत कीजिए.
वह कानपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान पत्रकारों से अलग से बातचीत कर रहे थे. उल्लेखनीय है कि भाजपा विधायक संगीत सोम ने 17वीं सदी में बने भारत की ऐतिहासिक धरोहर ताजमहल पर सवालिया निशान उठाते हुये कहा था कि इतिहास दोबारा लिखा जाएगा और इसमें से मुगल बादशाहों के नाम को हटा दिया जायेगा.
सोम के मेरठ में दिये गये इस बयान के बाद इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुये आल इंडिया मजलिस ए इत्तिहादुल मुसलीमीन (एआईएमआईएम) के नेता और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि अगर सरकार इन्हें आतंकी मानती है तो वह इन ऐतिहासिक धरोहरों पर न जाये.
भाजपा विधायक सोम का बयान तब आया जब कहा जा रहा था कि योगी सरकार ने पर्यटन विभाग की बुकलेट से कथित रुप से ताजमहल का नाम पर्यटन क्षेत्रों की सूची से हटा दिया गया है. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान जारी कर कहा था कि 370 करोड़ रुपये की पर्यटन परियोजनायें प्रस्तावित है जिसमें से 156 करोड़ रुपये की परियोजनाएं आगरा और ताजमहल के आसपास के सौंदर्यीकरण के लिये है.