लखनऊ : अप्रवासी भारतीयों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिये आकर्षित करने के मकसद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल मॉरीशस रवाना होंगे. इस दौरे के दौरान वह राज्य में निवेश की तमाम सम्भावनाओं को पेश करेंगे. सूचना विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने आज बताया कि मुख्यमंत्री योगी अपनी तीन दिवसीय मॉरीशस यात्रा के लिये कल सुबह मुम्बई से पोर्ट लुई रवाना होंगे. अपने इस दौरे के दौरान वह प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम का मकसद प्रवासी भारतीयों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिये आकर्षित करना और उनके सामने सरकार की योजनाओं को प्रस्तुत करना है. योगी के साथ मॉरीशस जा रहे अवस्थी ने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री अप्रवासी भारतीयों से मुलाकात करेंगे. इस दौरान वह राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की सम्भावनाओं को विस्तार से सामने रखेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं. प्रदेश का मूलभूत ढांचा बेहतर है और पुरानी व्यवस्था में परिवर्तन लाये जाने की वजह से स्थितियां निवेश के बिल्कुल अनुकूल बन गयी हैं. उल्लेखनीय है कि भारत मॉरीशस का सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है और वर्ष 2007 से वह मॉरीशस को सामान तथा सेवाओं का निर्यात कर रहा है.
योगी का मॉरीशस दौरा हाल में अमेरिका की विभिन्न कंपनियों के 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात के बाद हो रहा है. इस बैठक में भी योगी ने इन कंपनियों से उत्तर प्रदेश में निवेश का आग्रह करते हुए राज्य सरकार से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था.अवस्थी ने बताया कि ऐसी संभावना है कि योगी अगले साल मार्च में लखनऊ में आयोजित होने वाले एनआरआइ दिवस में भारतीय मूल के उद्योगपतियों को आमंत्रित भी करेंगे. उत्तर प्रदेश पिछले दो वर्षों से प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन कर रहा है. इसका मकसद प्रदेश से प्रवासी भारतीयों को जोड़ना और सूबे के विकास में उनका योगदान प्राप्त करना है.
अवस्थी ने बताया कि सरकार का विचार है कि लखनऊ में उत्तर प्रदेश में अपनी जड़े रखने वाले प्रवासी भारतीयों को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया जाये. जैसा कि प्रदेश की नयी औद्योगिक नीति में घोषणा की गयी है कि राज्य सरकार प्रदेश के औद्योगिक तथा व्यापारिक उन्नति के लिये निवेश करने वाले प्रवासी भारतीयों को हर संभव मदद देगी. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के साथ आयोजित होगा, जिसमें प्रवासी भारतीयों को राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय बिजनेस लीडर्स से मुलाकात का मौका मिलेगा.