विकास के नाम पर नफरत फैला रही है भाजपा सरकार : अखिलेश
लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी पर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार विकास के नाम पर समाज में नफरत फैला रही है. अखिलेश यादव ने आज एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा, झगड़ा कराने और नफरत […]
लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी पर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार विकास के नाम पर समाज में नफरत फैला रही है. अखिलेश यादव ने आज एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा, झगड़ा कराने और नफरत फैलाने में भाजपा के लोग होशियार बहुत होते हैं. उनसे बेहतर दो-फाड़ कोई नहीं कर सकता, चाहे वह परिवार में या फिर किसी राजनीतिक दल में हो. आप बंगाल देख लो, गुजरात देख लो या फिर उत्तर प्रदेश को ही ले लो, ऐसे अनेक उदाहरण आपको मिल जायेंगे.
यूपीके पूर्व सीएम ने कहा, हिंदू मुस्लिम या जाति के नाम पर विभाजन उनसे बेहतर कौन कर सकता है? लोग हम पर जातिवादी होने का आरोप लगाते हैं, लेकिन उन्हें जातिवादी नहीं कहते. मैंने कभी जाति या धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगा और न ही एमवाई (मुस्लिम यादव) फैक्टर के नाम पर वोट मांगा. यह पूछे जाने पर कि विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को हुए नुकसान की वजह क्या पार्टी के अंदरूनी झगड़े थे, इस पर अखिलेश ने कहा, झगड़ा चाहे देश में हो या समाज में या परिवार में हमेशा नुकसानदेह होता है. उनकी पार्टी सत्ता से हट गयी और इस तरह परिवार की अंदरूनी समस्याओं का भी खात्मा हो गया.
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने उन परियोजनाओं का कभी उद्घाटन नहीं किया जिनका पहले उद्घाटन हो चुका था. लेकिन, समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में जो काम किये गये थे, यह सरकार उन्हीं कामों का फिर से उद्घाटन कर रही है. अगर इस सरकार ने प्रदेश के लिये कुछ नया काम किया हो तो उन्हें जनता को बताना चाहिए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर अखिलेश ने कहा, राहुल गांधी के साथ उनकी दोस्ती कायम रहेगी. मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो दोस्त बदलते हैं. हम दोनों की पार्टियों का गठबंधन था और यह कायम रहेगा. गुजरात में प्रचार के लिये कांग्रेस द्वारा उन्हें नहीं बुलाये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, इसका कोई मतलब नहीं है. हमें वहां जाने से कौन रोकेगा, हमारी पार्टी के प्रत्याशी भी वहां चुनाव के मैदान में हैं. अखिलेश ने बहुजन समाज पार्टी से किसी भी गठजोड़ के बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.