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गुजरात, हिमाचल प्रदेश में जीत को लेकर भाजपा आश्वस्त : मौर्य

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का विश्वास जताते हुए आज कहा कि परिणाम यह साबित करेगा कि कौन एक जबर्दस्त नेता है और कौन जबर्दस्ती का नेता है. मौर्य हिमाचल प्रदेश में पार्टी के चुनावी संभावनाओं को लेकर भी आशावादी हैं. उन्होंने कहा, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2017 3:49 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का विश्वास जताते हुए आज कहा कि परिणाम यह साबित करेगा कि कौन एक जबर्दस्त नेता है और कौन जबर्दस्ती का नेता है. मौर्य हिमाचल प्रदेश में पार्टी के चुनावी संभावनाओं को लेकर भी आशावादी हैं. उन्होंने कहा, पार्टी हिमाचल प्रदेश में बहुमत से जीत दर्ज करेगी.

मौर्य ने यहां पीटीआई से एक साक्षात्कार में कहा, गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा एक बड़ी जीत दर्ज करने जा रही है. गुजरात में एक ही नेता है. वह हैं हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. मैं आपको बताना चाहता हूं कि गुजरात विधानसभा चुनाव का परिणाम यह साबित करेगा कि कौन एक जबर्दस्त नेता है और कौन जबर्दस्ती का नेता है. उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव पर उप मुख्यमंत्री ने कहा, 2014 के लोकसभा चुनाव और 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कमल खिला था. शहरी निकाय चुनाव में फिर कमल खिलेगा.

डिप्टीसीएम ने कहा, भाजपा पूर्व में भी शहरी निकाय चुनाव जीतती आयी है. यह प्रवृत्ति जारी रहेगी. राज्य के लोग भी जानते हैं जब केंद्र, राज्य और शहरी निकायों में भाजपा की सरकार होगी तो विकास में कोई बाधा नहीं आयेगी. मौर्य ने भाजपा के विधानसभा सहयोगी दलों अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ संबंध में तनाव की आशंकाओं को खारिज किया. उन्होंने कहा, चुनाव सहयोगी दलों के साथ हमारे संबंधों में कोई तनाव नहीं आयेगा, न ही हम यह होने देंगे. हाल में अपना दल ने शहरी निकाय चुनाव नहीं लड़ने जबकि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था.

लोक निर्माण विभाग प्रभार संभाल रहे मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश सड़कों के निर्माण में नयी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहा है. उन्होंने कहा, वर्तमान में हम जिस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहे हैं वह शायद सर्वश्रेष्ठ है. हाल में महाराष्ट्र की एक टीम ने हमारी प्रौद्योगिकी समझने और उसे अपनाने के लिए उत्तर प्रदेश का दौरा किया था. हम नयी सड़कें बनाने के लिए पुरानी चीजों को रीसाइकल कर रहे हैं. उन्होंने कहा, इससे सड़कों का जीवन करीब 30 प्रतिशत बढ़ जायेगा, जबकि लागत भी लगभग 30 प्रतिशत कम हो जायेगी. सड़क निर्माण में लगने वाला समय भी कम हो जायेगा. उन्होंने यह भी बताया कि नगर निगमों के तहत आने वाली सड़कों का निर्माण प्लास्टिक कचरे से करने की योजना है.

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