लखनऊ: अयोध्या मसले में मध्यस्थता को लेकर सरगर्मी तेज हो चुकी है. आर्ट ऑफ लिविंग के प्रमुख श्रीश्री रविशंकर ने बुधवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व कई हिंदू संगठनों से बातचीत की जिसके बाद श्रीश्री गुरुवार को यानी आज अयोध्या जाएंगे.
अयोध्या मामले में किसी सौहार्द पूर्ण समझौते की बात को मुस्लिम नेताओं द्वारा खारिज किये जाने पर श्री श्री रविशंकर ने बुधवार को कहा कि जब कोई प्रस्ताव ही नहीं हुआ, तो उसको ठुकराने की बात ही नहीं है. एक सवाल पर श्री श्री ने कहा कि नहीं मैंने कोई प्रस्ताव दिया और नहीं मुझे कोई प्रस्ताव आया है. कोई प्रस्ताव आये, तब इस तरह की बात होती है. हम अयोध्या जायेंगे, तब आपको बतायेंगे.
अयोध्या मामले पर श्री श्री ने कहा कि मैं एकता चाहता हूं, मैं सौहार्द चाहता हूं, मुझे उम्मीद है कि मैं निराश नहीं होऊंगा, कोई भी सौहार्द का विरोध नहीं करता है. यह अभी एक शुरुआत भर है, हम सबसे मिलेंगे और बात करेंगे. इससे पहले, श्री श्री रविशंकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले. दोनों के बीच बैठक करीब 40 मिनट तक चली.
नया फॉर्मूला पेश करें श्री श्री : मुस्लिम संगठन
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने कहा कि श्री श्री अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए सभी पक्षों से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने हमसे कोई संपर्क नहीं किया है. श्री श्री ने 12 साल पहले भी ऐसी पहल की थी. अब वह कौन सा फॉर्मूला लेकर आये हैं, यह तो वही बतायेंगे. बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी और शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी यही बात कही. इधर, विहिप ने कहा कि पुरातात्विक साक्ष्य मिलने के बाद श्रीराम जन्म भूमि को लेकर सुलह-समझौते की रट का अब कोई औचित्य नहीं है.