लखनऊ : दुर्घटनाओं से बचने के लिए अब मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर होमगार्ड तैनात होंगे. रेलवे विभाग ने इस बाबत होमगार्ड विभाग को होमगार्डों को तैनात करने को कहा था. इसी के तहत होमगार्ड विभाग ने 11 जिलों की 143 मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर होमगार्डो को तैनात करने का फैसला किया है. उत्तर रेलवे (एनआर) लखनऊ के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) सतीश कुमार ने सोमवार को बताया कि यह फैसला मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर होनेवाले हादसों को बचाने के लिए किया जा रहा है. होमगार्डो की तैनाती इस माह के दूसरे हफ्ते में पूरी होने की संभावना है.
होमगार्ड विभाग के केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ के कमांडेट संजीव कुमार शुक्ल ने बताया कि रेलवे विभाग द्वारा प्रदेश के 11 जिलों में मानव रहित समपारों पर होमगार्ड के जवानों को लगाये जाने को कहा था. यह जिले अंबेडकरनगर, फैजाबाद, इलाहाबाद, प्रतापगढ़, रायबरेली, सुल्तानपुर, जौनपुर, अमेठी, बाराबंकी, उन्नाव और लखनऊ है. यहां रेलवे विभाग के 143 मानव रहित समपारों में आठ आठ घंटे की तीन शिफ्ट में 429 होमगार्डो की तैनाती की जा रही है. इस बाबत सभी जिलों के होमगार्ड विभाग को निर्देश दे दिये गये है कि वह अपने अपने जिलों में तैनाती के लिये होमगार्डो का चयन कर लें.
उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक कुमार ने बताया कि मानव रहित मानव क्रासिंग पर होमगार्ड तैनाती के लिए एक सप्ताह पहले होमगार्ड विभाग को पत्र लिखा गया था. होमगार्ड विभाग जल्दी ही होमगार्डों की तैनाती मानव रहित क्रासिंग पर कर देगा. उम्मीद है कि इस माह के दूसरे सप्ताह तक यह होमगार्ड मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर तैनात हो जायेंगे. होमगार्ड कमांडेट शुक्ला ने बताया कि इस ड्यूटी पर 21 से 50 वर्ष की आयु के बीच के होमगार्डो को लगाया जायेगा. रेलवे विभाग द्वारा ड्यूटी के दौरान इन होमगार्डों को सुरक्षा संबंधी नियमों के पंफलेट दिये जायेंगे, जो उनके द्वारा जनता को दिये जायेंगे. इन सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करनेवालों के खिलाफ निकट के थाने में एफआईआर दर्ज कराने का अधिकार रेलवे विभाग द्वारा होमगार्ड के जवानों को प्रदान किया गया है.
शुक्ला ने बताया कि रेलवे विभाग द्वारा ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड को एक मोबाइल फोन उपलब्ध कराया जायेगा, जिससे वह निकट के रेलवे कार्यालय एवं रेलवे कंट्रोल रूम से संपर्क कर सकेंगे. इसके अलावा रेलवे द्वारा उन्हें परिचय पत्र भी दिया जायेगा. इन होमगार्डों को तीन शिफ्टों में आठ-आठ घंटे की ड्यूटी पर सुबह दोपहर और शाम को लगाया जायेगा. मंडल रेल प्रबंधक कुमार ने बताया कि इन होमगार्डों को ड्यूटी भत्ते का भुगतान प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में उनके एकाउंट में रेलवे द्वारा किया जायेगा. रेलवे विभाग के सक्षम अधिकारी होमगार्डों की ड्यूटी की नियमित रूप से चेकिंग करेंगे. इसके अलावा रेलवे द्वारा ड्यूटी पर तैनात होमगार्डों को फ्लैग, टार्च, फोल्डिंग चेयर, मेज, अस्थायी हट, रेनकोट और एलईडी लैंप उपलब्ध कराया जायेगा. इसके अलावा होमगार्ड को रेलवे द्वारा उपलब्ध करायी गयी सेफ्टी जैकेट भी पहननी होगी. मालूम हो कि पिछले सप्ताह प्रदेश के अमेठी जिले के मुसाफिरखाना के पास एक मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर एक बोलेरो जीप टकरा जाने से तीन लोगों की मौत हो गयी थी.