बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के मद्देनजर मथुरा में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
मथुरा : बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के मद्देनजर मथुरा में प्रदेश के तीन अतिसंवेदनशील धर्मस्थलों में से एक श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर एवं जनपद के अत्यधिक भीड़भाड़ वाले अन्य मंदिरों में भी चैकसी बढ़ा दी गयी है. जिले के आला अधिकारी लगातार सुरक्षा व्यवस्था के मामले में सतर्कता बनाये हुए हैं. गौरतलब है कि 25 […]
मथुरा : बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के मद्देनजर मथुरा में प्रदेश के तीन अतिसंवेदनशील धर्मस्थलों में से एक श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर एवं जनपद के अत्यधिक भीड़भाड़ वाले अन्य मंदिरों में भी चैकसी बढ़ा दी गयी है. जिले के आला अधिकारी लगातार सुरक्षा व्यवस्था के मामले में सतर्कता बनाये हुए हैं. गौरतलब है कि 25 वर्ष पूर्व इसी दिन अयोध्या में घटी इस घटना के बाद मुंबई सहित देश के कई शहरों में हिंसा भड़क उठी थी जिसके चलते बड़ी संख्या में जान-माल का नुकसान हुआ था.
इसी वजह से उच्चतम न्यायालय ने प्रदेश सरकार को अयोध्या, मथुरा एवं वाराणसी के मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के आदेश दियै थे. मथुरा सहित तीनों धर्मस्थलों व अंतरराष्ट्रीय महत्व के आगरा स्थित ताजमहल की सुरक्षा उच्च स्तरीय हाईपावर कमेटी की देखरेख में की जा रही है जिसकी कमान सीधे अपर पुलिस महानिदेशक (सुरक्षा) स्तरीय अधिकारी संभाले हुए हैं.
ढाई दशक पूर्व घटी इस घटना के बाद से ही हिंदूवादी संगठन जहां छह दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाते हैं, तो वहीं स्वयं को धर्मनिरपेक्ष संगठन मानने वाले अन्य संगठन इस दिन को काला दिवस बताते हैं.
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने बताया, मथुरा सहित वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना आदि सभी प्रसिद्ध मंदिरों, तेलशोधक कारखाने आदि महत्वपूर्ण स्थलों, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशनों आदि सार्वजनिक स्थलों तथा होटल, आश्रम, गेस्ट हाउस व धर्मशालाओं आदि में सघन निगहबानी की जा रही है.