उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर से, हंगामे के आसार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर से शुरु होगा और 18 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. नगर निकाय चुनावों के बाद हो रहा यह सत्र 22 दिसंबर तक चलेगा और इसमें कुल सात बैठकें प्रस्तावित हैं. चौदह दिसंबर को औपचारिक कार्य मसलन अध्यादेश, अधिसूचनाएं, नियम आदि सदन पटल पर […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर से शुरु होगा और 18 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. नगर निकाय चुनावों के बाद हो रहा यह सत्र 22 दिसंबर तक चलेगा और इसमें कुल सात बैठकें प्रस्तावित हैं. चौदह दिसंबर को औपचारिक कार्य मसलन अध्यादेश, अधिसूचनाएं, नियम आदि सदन पटल पर रखे जाएंगे. इस दौरान विधेयक भी पेश किये जाने की उम्मीद है. विधानसभा में 15 दिसंबर को आधा दिन विधायी कार्य और आधा दिन गैर सरकारी कामकाज के लिए होगा. सोलह और 17 दिसंबर को शनिवार और रविवार होने के कारण सदन की बैठकें नहीं होगीं.
सदन में 18 दिसंबर को वित्त वर्ष 2017-18 के लिए अनुपूरक अनुदान मांगे प्रस्तुत की जाएंगी. इसके बाद विधायी कार्य होगा. सदन में 19 दिसंबर को 2017-18 की अनुपूरक अनुदान मांगों पर चर्चा होगी. उसके बाद अनुपूरक बजट पारित कराया जाएगा। 20 और 21 दिसंबर को विधायी कार्य एवं अन्य कामकाज प्रस्तावित हैं. सत्र के समापन के दिन यानी 22 दिसंबर को आधा दिन विधायी कार्य और आधा दिन गैर सरकारी कामकाज के लिए रहेगा. विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने 14 दिसंबर से आहूत द्वितीय सत्र की तैयारियों को लेकर विधान सभा परिसर एवं सभा मण्डप का कल मंगलवार को निरीक्षण किया.
विपक्षी दलों के नेता राज्य में कानून व्यवस्था, किसानों की समस्या और बिजली शुल्क में बढोतरी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करने के मकसद से बैठक करेंगे. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सपा विधायक राम गोविन्द चौधरी ने कहा कि विपक्ष एकजुट होकर रणनीति तैयार करेगा और जन समस्याओं को सदन में उठाएगा. उन्होंने कहा, जनता से किये गये वादों को पूरा नहीं करने के मुद्दे पर हम सरकार को घेरेंगे और जनता के समक्ष सरकार की पोल खोलेंगे.
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