लखनऊ : यूपीके लखनऊ में विधान भवन से चंद कदमों की दूरी परशनिवार की रात भाजपा के पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी (36) की हजरतगंज चौराहे के नजदीक स्थित कसमंडा हाउस परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गयी. जानकारी के मुताबिक वैभव तिवारी की हत्या में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक वैभव की हत्या की साजिश उसी के दोस्त सूरज ने रची थी और वारदात को अंजाम हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह ने दिया था.
डुमरियागंज के पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी की शनिवार को लखनऊ में अपने घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. वैभवतिवारी भाजपा नेता जिप्पी तिवारी की इकलौती संतान थे. वैभव ने आइआइएम, अहमदाबाद सेएमबीए की शिक्षा हासिल की थी और प्रॉपर्टी डीलर का बिजनेस करने लगा था. वैभव डुमरियागंज के दमनापुर का प्रधान भी रह चुका था. आरोपी सूरज, वैभव का पुराना दोस्त और प्रॉपर्टी डीलर के बिजनेस में भागीदार था. हालांकि तीन साल पहले दोनों ने अपने बिजनेस अलग कर लिए थे. बताया जाता है कि सूरज और वैभव के बीच बिजनेस को लेकर विवाद चल रहा था.
इससे पहले अपर पुलिस महानिदेशक लखनऊ जोन अभय प्रसाद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पता लगा है कि वैभव को कुछ लोगों ने कसमंडा हाउस स्थित उनके आवास से नीचे बुलाया और उनके बीच बातचीत के दौरान विवाद हो गया और उन्हें गोली मार दी गयी, जिससे उनकी मौत हो गयी. मालूम हो कि यह घटना जिस जगह हुई वह विधान भवन से तकरीबन 300 मीटर की दूरी पर ही स्थित है और इस समय विधानमंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा है. पूरा इलाका चूंकि सीसीटीवी से लैस था, इसलिए वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों की पहचान में खास दिक्कत नहीं हुई.