लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को आश्वस्त किया कि लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर का संचालन अप्रैल 2019 या उससे पहले शुरू कर दिया जायेगा. विधान परिषद में प्रश्नकाल के दौरान सपा सदस्य आनंद भदौरिया ने लखनऊ मेट्रो के संचालन में विलंब के कारण के बारे में सवाल पूछा. इस पर नेता सदन उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि मेट्रो रेल परियोजना के फेज-1ए (उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर) में अप्रैल 2019 से मेट्रो चलाने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि इस चरण में 22.878 किलोमीटर क्षेत्र में मेट्रो चलायी जायेगी. इस समय परियोजना की भौतिक प्रगति 58 प्रतिशत है. निर्माण कार्य निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप प्रगति पर है और सरकार निर्धारित समय या उससे पहले मेट्रो का संचालन शुरू करा देगी.
दिसंबर 2016 में संचालन का ट्रायल होने के बावजूद मेट्रो रेल को करीब आठ महीने के विलंब से चलाने के बारे में भदौरिया द्वारा पूछे गये पूरक प्रश्न पर नेता सदन ने कहा कि जो ट्रायल किया गया था वह एक तरह से प्रक्रिया का हास्यास्पद उल्लंघन था. उन्होंने कहा कि ट्रायल को उद्घाटन नहीं माना जा सकता. मेट्रो के अपने सुरक्षा मानक होते हैं, जिन्हें पूरा करना जरूरी था. उसके बाद ही मेट्रो का संचालन कराया गया.
सदन में सपा और विपक्ष के नेता अहमद हसन ने आरोप लगाया कि लखनऊ मेट्रो सपा की देन है और उससे इसका श्रेय छीनने के लिये मौजूदा भाजपा सरकार ने मेट्रो के संचालन में करीब नौ महीने तक विलंब किया. गौरतलब है कि प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिसंबर 2016 में मेट्रो रेल का ट्रायल रन कराया था.