विधायक ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा, ….तो पत्नी की भी डांट सुन लेंगे, …जाने क्यों?
लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को उससमय हंसी मजाक का माहौल बन गया, जब पहली बार निर्वाचित बसपा के एक विधायक ने हास-परिहास के दौरान कहा कि जनता की डांट सुन रहे हैं, अब पत्नी की भी सुन लेंगे. प्रश्नकाल के दौरान विधायक अनिल सिंह ने पहली बार सदन में अपने अनुभव को […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को उससमय हंसी मजाक का माहौल बन गया, जब पहली बार निर्वाचित बसपा के एक विधायक ने हास-परिहास के दौरान कहा कि जनता की डांट सुन रहे हैं, अब पत्नी की भी सुन लेंगे. प्रश्नकाल के दौरान विधायक अनिल सिंह ने पहली बार सदन में अपने अनुभव को लेकर पत्नी के साथ हुई बातचीत के बारे में बताया. सिंह से जब उनकी पत्नी ने पूछा कि विधानसभा में जाकर कैसा लग रहा है? उन्होंने बड़ी ही ईमानदारी से कहा, मैंने पत्नी से कहा कि घटिया अनुभव रहा है. गैर मुद्दों पर घंटों चर्चा होती है और महत्वपूर्ण विषयों पर कोई सुनने को तैयार नहीं होता.
सिंह ने कहा, मैं अपना काम धंधा छोड़ कर राजनीति में जनसेवा के लिए आया. लेकिन, यहां (सदन) का अनुभव घटिया है. हमारी नेता मायावती कहती हैं कि सदन के कामकाज में अनावश्यक रूप से बाधा ना पहुंचायी जाये और आसन के सामने नहीं जाना चाहिए. विधायक के इस हल्के-फुल्के अंदाज पर अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने मुस्कुराते हुए सवाल किया, ”अनुभव सुनकर पत्नी ने क्या बोला?”
सिंह ने बताया, उन्होंने मुझसे कहा कि ”बैठिये और अनुभव हासिल कीजिए”. जवाब पर चुटकी लेते हुए दीक्षित ने मजाकिया लहजे में कहा कि तब तो टीवी पर सीधा प्रसारण देखने के बाद उनकी (पत्नी) डांट सुननी पड़ेगी कि वह (सिंह) खड़े क्यों हुए? इस पर सिंह ने हंसते हुए कहा कि जनता की डांट सुन रहे हैं, उनकी (पत्नी) भी सुन लेंगे. इसके बाद सदन में ठहाके लगने लगे. प्रश्नकाल में समय आवारा पशुओं की समस्या पर सवाल जवाब हो रहा था.