योगी के किले में अखिलेश की सेंध, 2019 लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा के लिए बुरी खबर
लखनऊ : समाजवादी पार्टी में भाजपा और बसपा नेताओं के शामिल होने का सिलसिला जारी है. पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के किले में सेंध लगाया है और भाजपा को झटका दिया है. गोरखपुर से सटे कुशीनगर जिले के भाजपा के दो पूर्व विधायकों ने समाजवादी पार्टी का दामन थामा है. यही नहीं बसपा के […]
लखनऊ : समाजवादी पार्टी में भाजपा और बसपा नेताओं के शामिल होने का सिलसिला जारी है. पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के किले में सेंध लगाया है और भाजपा को झटका दिया है. गोरखपुर से सटे कुशीनगर जिले के भाजपा के दो पूर्व विधायकों ने समाजवादी पार्टी का दामन थामा है. यही नहीं बसपा के भी एक पूर्व विधायक ने सपा की सदस्यता ली है.
जानकारी के अनुसार, कुशीनगर जिले के दिग्गज नेता और ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले नंद किशोर मिश्र सेवरही विधानसभा क्षेत्र और शंभू चौधरी नौरंगिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं. इन दोनों पूर्व विधायकों ने भाजपा छोड़ना उचित समझा और सपा का दामन थामा. इन दोनों नेताओं को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलायी. भाजपा के इन दोनों पूर्व विधायकों के अलावा बसपा के पूर्व विधायक ताहिर हुसैन भी सपा में शामिल हुए हैं.
2019 के पहले भाजपा के लिए बुरी खबर है क्या ?
नंद किशोर मिश्र पिछले तीस सालों से भाजपा में सक्रिय थे, लेकिन अब उनका पार्टी से मोहभंग हो गया है. उनका सपा में शामिल होना 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा के लिए काफी बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है. दूसरी ओर लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी सपा के लिए यह अच्छी खबर है.
गंठबंधन पर क्या बोले अखिलेश
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी अभी पार्टी को मजबूत करेगी, जब चुनाव आएंगे तब गठबंधन के बारे में बात की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में जहां राजनीतिक रूप से सक्रिय लोग शामिल हो रहे हैं. वहीं हम प्रोफेशनल लोग जैसे डॉक्टर, इंजीनियर और प्रोफेसर का भी पार्टी में स्वागत अपनी पार्टी में करेंगे. हमारा प्रयास है कि प्रोफेशनल लोग हमारे साथ आयें. भाजपा पर हमला करते हुए अखिलेश ने कहा कि रंग की राजनीति सही नहीं है. भाजपा के रंग धोखे वाली राजनीति के रहे हैं. होली के बाद भाजपा नेताओं के रंग देखिएगा. जनता तैयार बैठी है.