हरीश तिवारी
लखनऊ: पूर्वांचल के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई से डिस्चार्ज कर फिर बांदा जेल भेज दिया गया है. मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी ने आरोप लगाया है कि मंत्रियों के दबाव में उन्हें डिस्चार्ज किया गया है. इससे पहले बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को वापस बांदा जेल भेजने का आदेश गृह विभाग ने सीएम के निर्देश पर जारी किया. सरकार के इस फैसले से अंसारी के परिवार वाले खफा हैं और उनका आरोप है कि दबाव में उन्हें बांदा जेल फिर से भेजा गया है.
दरअसल, मुख्तार अंसारी को पिछले दिनों हार्ट अटैक की संभावना के मद्देनजर बांदा जेल से लखनऊ के एसजीपीजीआई भेजा गया था. मंगलवार रात मुख्तार की एंजियोग्राफी और ईसीजी की रिपोर्ट सामान्य आयी. इसके बाद एसजीपीजीआई के डॉक्टरों साफ किया कि मुख्तार को दिल की बीमारी नहीं है. लिहाजा उन्हें अस्पताल में रखने की जरूरत नहीं है.
बांदा जेल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मंगलवार शाम सीने में दर्द की शिकायत पर बांदा से लखनऊ रेफर किया गया था. यहां कार्डियोलॉजी विभाग में डॉक्टरों की टीम ने उनका परीक्षण किया. जो जांचें की गयीं, उनमें किसी प्रकार की कोई दिक्कत सामने नहीं आयी. लगभग सभी जांचों में रिपोर्ट सामान्य ही आयी. इसके बाद बुधवार को मुख्तार को अंडर आब्जर्वेशन रखा गया था. इस दौरान वह सामान्य ही रहे.
सभी रिपोर्ट सामान्य होने के बाद प्रदेश के गृह विभाग ने मुख्तार को वापस बांदा जेल भेजने और वहीं उनका इलाज कराने फैसला किया है. जेल में ही अंसारी की पत्नी भी बेहोश हो गयी थी. उधर, बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के डिस्चार्ज करने पर उनके परिवारवाले खफा दिखाई दे रहे हैं.
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