20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

स्वाति मामला : नसीमुद्दीन सिद्दीकी और राजभर पर चलेगा पाक्सो एक्ट का मुकदमा

हरीश तिवारी @ लखनऊ कभी बसपा के दिग्गज रहे और अब बागी नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर पर अब पाक्सो एक्ट के तहत केस चलेगा. प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह की बेटी के मामले में प्रदेश सरकार ने इन दोनों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है. […]

हरीश तिवारी @ लखनऊ
कभी बसपा के दिग्गज रहे और अब बागी नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर पर अब पाक्सो एक्ट के तहत केस चलेगा. प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह की बेटी के मामले में प्रदेश सरकार ने इन दोनों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है. लिहाजा, अब इन नेताओं की मुश्किलें बढ़नी तय है.

दो साल पहले भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बनाये जाने के बाद मऊ दौरे के दौरान दयाशंकर सिंह ने बसपा मुखिया मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उनकी तुलना वेश्या से करते हुए बसपा पर टिकट बेचने का आरोप लगाया था. इसके बाद बसपाइयों ने प्रदेश भर में प्रदर्शन किया और 21 जुलाई को लखनऊ में नसीमुद्दीन सिद्दीकी, प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर और पार्टी सचिव मेवालाल की अगुवाई में प्रदर्शन के दौरान दयाशंकर सिंह, उनकी पत्नी स्वाति सिंह और बेटियों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था. जहां बसपा कार्यकर्ताओं ने दयाशंकर की पत्नी और बेटी को पेश करने की आवाज उठायी थी.

मामले में स्वाति सिंह ने 22 जुलाई, 2016 को हजरतगंज कोतवाली में बसपा सुप्रीमो मायावती, तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी, प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर पर केस दर्ज किया था. हालांकि, एफआईआर में पॉक्सो एक्ट शामिल नहीं किया गया था. इस पर स्वाति सिंह ने आपत्ति जताते हुए राज्यपाल से मिल कर बसपाइयों के अपशब्दों की सीडी सौंपी थी. सीडी के विश्लेषण के बाद नसीमुद्दीन को छोड़ कर राम अचल राजभर, अतर सिंह रावत समेत 22 लोगों पर पॉक्सो एक्ट लगाया गया था. लेकिन, शासन से अनुमति न होने के कारण कार्रवाई नहीं हो पायी थी. क्योंकि, उस वक्त प्रदेश में बसपा की सरकार थी.

अब इस मामले में नया मोड़ आया है. प्रदेश सरकार ने अब बसपा प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर और पूर्व बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और मेवालाल सहित पांच नेताओं के खिलाफ गृह विभाग ने पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है. लिहाजा अब इन नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दया शंकर सिंह मंत्री स्वाति सिंह के पति हैं. दयाशंकर को पिछले साल बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. हालांकि, विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद उन्हें वापस पार्टी में शामिल कर लिया गया था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें