लखनऊ : स्वामी विवेकानन्द की 155वीं जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन करने वाले मेधावी छात्रों के नाम पर, उनके गांवों के संपर्क मार्गों का नाम रखने का निर्णय किया है. यह फैसला इसलिए किया गया है ताकि जन-सामान्य तथा अन्य विद्यार्थियों को मेधावी छात्रों से प्रेरणा मिले.
इस निर्णय की जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि प्रदेश सरकार ने राज्य की हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट परीक्षा में उच्च स्थान पाने वाले मेधावियों के गांव को चिह्नित कर कार्य-योजना बना ली है. उन्होंने बताया कि अब तक हाईस्कूल के 10 तथा इंटरमीडिएट के कुल 14 विद्यार्थियों को चिह्नित कर उनके गांव के संपर्क मार्गों के निर्माण हेतु शासन ने स्वीकृति दे दी है.
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इंटरमीडिएट के मेधावी छात्रों में जनपद कानपुर देहात के ग्राम भवनपुर से भावना, कानपुर के यशोदा नगर से शताक्षी मिश्रा, बारहवीं वाहिनी गाजीपुर से विजयलक्ष्मी, थनैत सीतापुर से अनुराग वर्मा, छोटा धुसाय बलरामपुर से शिवम मोदनवाल, जखेला हमीरपुर से सपना, इचैली कौशांबी से अनुराधा पांडेय, रूकनापुर हरदोई से यशवीर सिंह और लोहटा बलिया से सुधा कुमारी गुप्ता तथा जनपद फतेहपुर के ग्राम हरिहर गंज से प्रियांशी, कृष्णा कालोनी से सोनम सिंह, ग्राम भिखारीपुर से प्रियंका द्विवेदी, ग्राम शामियाना से दर्शिका सिंह तथा ग्राम रघुवंशपुर से आकांक्षा सिंह का चयन किया गया है.
उन्होंने बताया कि हाई स्कूल परीक्षा में उच्च स्तरीय प्रदर्शन करने वाले छात्रों में जनपद हरदोई के बरहुआ से रवि पटेल, ग्राम मुनव्वरपुर से क्षितिज, बाजपुर नकटौरा से नवीन कुमार दिवाकर, जनपद बाराबंकी के ग्राम टांड़पुरवा से प्रियांशु वर्मा, हज्जाजी मोहल्ला से अमीना खातून, नीदनपुर से प्रगति सिंह तथा जनपद गोण्डा के ग्राम दत्त नगर से निशा यादव, जनपद फतेहपुर के ग्राम अमरौली से तेजस्वनी देवी, देवमयी से प्रिया अवस्थी व ग्राम बैजानी से ऊषा देवी का चयन किया गया है.
मौर्य ने कहा कि इन सभी मेधावियों के गांव के संपर्क मार्ग शीर्ष प्राथमिकता से बनाये जाने के निर्देश दे दिये गये है. यह प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी. उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि देश तथा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में नाम रोशन करने वाली हस्तियों के नाम उनके पूरे परिचय के साथ प्रस्तुत करें ताकि प्रदेश सरकार उनकी गांवों की सड़कों का कायाकल्प कर उसे विकास की मुख्यधारा से जोड़ सके.