हरीश तिवारी
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में गुरुवार को संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत रिलीज हुई. इस बीच करणी सेना के सदस्यों ने फिल्म देखने गये लोगों को फूल देकर उनसे फिल्म न देखने की मांग की गयी. लखनऊ में ही कड़ी सुरक्षा के बावजूद वेब मॉल, फन सिनेमा में फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया गया. वहीं पीवीआर और सिंगल स्क्रीन थिएटर में फिल्म की स्क्रीनिंग की जा रही है. जबकि राज्य के सभी जिलों में फिल्म के प्रदर्शन पर करणी सेना और राजपूत संगठनों ने विरोध जताया.
योगी सरकार के विवादित फिल्म पद्मावत पर बैन न करने के फैसले के बाद यह तय हो गया था कि राज्य में पद्मावत रिलीज होगी. लिहाजा शासन ने इसकी पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी. सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को यह आदेश दे दिये गये थे कि विरोध करने वालों से सख्ती से निपटा जाये. बुधवार को लखनऊ समेत कई जिलों में पद्मावत के प्रदर्शन को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए.
हालांकि, गुरुवार को लखनऊ के नावेल्टी सिनेमाघर में पहुंचकर करणी सेना के सदस्यों ने फिल्म देखने पहुंचे लोगों को गुलाब का फूल देकर उनसे फिल्म न देखने की अपील की. करणी सेना के एक सदस्य ने कहा कि जिन लोगों ने टिकट खरीद लिया है वे उनके पैसे भी वापस करने को तैयार है. इस बीच अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने गुरुवार को कहा कि पद्मावत के विरोध में कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
उधर, आज सीतापुर में पद्मावती फिल्म चलाने पर एससीएम सिनेमा मालिक पर हमला हुआ है. सिनेमा मालिक संजय अग्रवाल की बीएमडब्लू कार के शीशे तोड़े गये हैं. राज्य के इलाहाबाद, बनारस, बरेली समेत सभी जिलों में फिल्म के प्रदर्शन को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए. इस बीच फिल्म के विरोध को देखते हुए प्रदेश के सभी एसएसपी, एसपी, प्रभारी जनपदों को सर्तकता बरतने कुछ प्रमुख निर्देश दियेगये हैं.