आगरा : उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा के दौरान हुआ बवाल राजनीतिक रूप लेता जा रहा है. जहां एक ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के नेतृत्व में कासगंज जाने वाले प्रतिनिधिमंडल को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है. वहीं , विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने आगरा में तिरंगा यात्रा निकाला है. बुधवार को आगरा के करीब 40 ब्लॉक से तिरंगा यात्रा निकली है.
तिरंगा यात्रा को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात किया गये है. आगरा के अलावा फिरोजाबाद में भी तिरंगा यात्रा निकालने की तैयारी की जा रही है. तिरंगा यात्रा आगरा के नामेर चौराहे से शुरू होकर जिला अस्पताल तक जाएगी. जिसके बाद दीवानी चौराहे पर जाएगी, जहां पर भारत माता की प्रतिमा स्थापित है.
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26 जनवरी को कासगंज में हुई हिंसा के बीच चंदन गुप्ता नामक युवा की गोली लगने से मौत हो गयी थी. जिसके बाद प्रदेश के कई शहरों में तिरंगा यात्रा निकालने का सिलसिला शुरू हुआ. मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में भी ABVP के कार्यकर्ताओं ने कैंडल मार्च और तिरंगा यात्रा निकाली थी.
योगी सरकार का रुख
कासगंज हिंसा के बाद योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. कासगंज हिंसा के आरोपियों की संपत्ति की कुर्की करने के आदेश जारी कर दिये गये हैं. मंगलवार को मामले में फरार चल रहे तीन मुख्य अभियुक्तों समेत 12 आरोपियों के घर पर संपत्ति की कुर्की का नोटिस चस्पा दिया गया. हिंसा के बाद करीब 100 से अधिक लोगों को अबतक गिरफ्तार किया जा चुका है.