बोफोर्स मामला सस्ती लोकप्रियता के लिए उठा रहे हैं लोग : गुलाम नबी आजाद
लखनऊ : बोफोर्स तोप मामले में एक नया मोड़ आने के बाद कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने आज कहा है कि केवल सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए इस मामले की चर्चा की जा रही है क्योंकि इसमें कुछ नहीं है. आजाद ने कहा, बोफोर्स के साथ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम जोड़कर एक […]
लखनऊ : बोफोर्स तोप मामले में एक नया मोड़ आने के बाद कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने आज कहा है कि केवल सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए इस मामले की चर्चा की जा रही है क्योंकि इसमें कुछ नहीं है. आजाद ने कहा, बोफोर्स के साथ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम जोड़कर एक नेता हमेशा अपनी जेब से एक कागज निकाल कर डराते धमकाते थे कि इसमें बोफोर्स के नाम हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद वह कभी कुछ नहीं दिखा पाएं.
आजाद ने कहा, अब जो लोग दोबारा बोफोर्स की बात करते हैं उसमें कहीं कुछ नहीं है. यह केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का एक तरीका है. गौरतलब है कि कल बहुचर्चित बोफोर्स तोप सौदा दलाली कांड में 12 साल बाद एक नया मोड़ आया. केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आरोपियों के खिलाफ सारे आरोप निरस्त करने के दिल्ली उच्च न्यायालय के 31 मई 2005 के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी थी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर की अध्यक्षता में आज यहां लखनऊ मंडल कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लेने आजाद आये थे. आजादयूपी कांग्रेस के प्रभारी हैं. आजाद ने कहा कि पहले कैंपेन कमेटी बनाकर चुनाव लड़े जाते थे, लेकिन अब भाजपा ने नया माध्यम ईजाद किया है जिसमें सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग को माध्यम बनाकर विपक्षी दलों के लोगों को परेशान किया जाता है जिससे वह पांच साल उसी में उलझे रहें. कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी चाहे कितना भी विपक्षी दलों को डराये, धमकाये, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं और हम मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे.
गुलाम नबी आजाद ने कासगंज की घटना पर कहा कि यह सिर्फ कासगंज की बात नहीं है जिन-जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां भगवा पार्टी धर्म और जाति के नाम पर समाज को लड़ाने का काम करती है और सांप्रदायिक वातावरण का माहौल बनाकर ध्रुवीकरण करने का प्रयास करते हैं. एक सवाल के जवाब में आजाद ने कहा कि अभी सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों की बैठक हुई थी और उसमें लगभग सभी दलों ने शिरकत की थी. हम यह चाहते हैं कि सभी समान विचारधारा वाले दल आपस में मिलकर कार्य करें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नयी टीम बनायेंगे तो उसमें नयी पीढ़ी के लोग शामिल होंगे, एक नयी टीम बनेगी जो सक्षम होगी और नया संगठन बनेगा.