नकल पर नकेल की तैयारी : हेलीकाॅप्टर की निगरानी में होंगी यूपी बोर्ड की परीक्षा, एसटीएफ का भी सहारा

हरीश तिवारी लखनऊ: विश्व के सबसे बड़े परीक्षा बोर्ड उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं कल से शुरू होंगी. नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए बोर्ड ने कई तरह की तैयारियां की हैं. जहां परीक्षाएं सीसीटीवी की निगरानी में होंगे तो वहीं कई केंद्रों की निगरानी हेलीकाप्टर से भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2018 6:45 PM

हरीश तिवारी

लखनऊ: विश्व के सबसे बड़े परीक्षा बोर्ड उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं कल से शुरू होंगी. नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए बोर्ड ने कई तरह की तैयारियां की हैं. जहां परीक्षाएं सीसीटीवी की निगरानी में होंगे तो वहीं कई केंद्रों की निगरानी हेलीकाप्टर से भी की जायेगी. यही नहीं नकल माफियाओं के तंत्र को तोड़ने के लिए एसटीएफ का भी सहारा लिया जा रहा है.

मंगलवार से शुरू हो रही हैं परीक्षाएं
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो रही हैं. इस बार की परीक्षा में सूबे के 8549 केंद्रों पर 6637018 परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे. राज्य सरकार ने दावा किया है कि इस बार परीक्षाएं नकलविहीन होंगी. लिहाजा पहली बार परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हो रही हैं. नकल माफियाओं को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स को भी लगाया गया है. एसटीएफ ने अभी तक कई प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़े का खुलासा किया है.

शिक्षकों की कमी बड़ी चुनौती
एसटीएफ का कहना है कि कई संवेदनशील केंद्रों की निगरानी हेलीकाॅप्टर से भी होगी. आमतौर पर एसटीएफ का इस्तेमाल अपराधी में अंकुश लगाने के लिए किया जाता है. राजधानी लखनऊ में ही 46 संवेदनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र हैं. सरकार के सामनेशिक्षकों की कमी भी एक बड़ी चुनौती है. क्योंकि, वित्तविहीन कॉलेजों के कई शिक्षकों ने केंद्र पर रिपोर्ट नहीं किया है. उन्होंने हड़ताल पर जाने का फैसला किया था. हालांकि, बाद में फैसला वापस ले लिया गया. लेकिन कई शिक्षकों ने परीक्षाओं से किनारा किया है. लिहाजा सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को कक्ष निरीक्षकों के तौर पर तैनात करने की तैयारी की है.

बोर्ड की तीन सदस्यीय कमेटी करेगी परीक्षा की मॉनीटरिंग
बोर्ड की 3 सदस्यीय कमेटी इस पूरी परीक्षा की मॉनीटरिंग करेगी. परीक्षा केंद्र से 200 मीटर की दूरी तक स्कूल प्रबंधन के लोगों को जाना मना किया गया है. लोकल पुलिस अधिकारी भी केंद्र की निगरानी करेंगे.

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