लखनऊ : उन्नाव जिले के बांगरमऊ क्षेत्र में एचआईवी के 40 मरीज मिले हैं. इस मामले में एक झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसपी चौधरी ने बताया कि जिले में लाइलाज बीमारी एचआईवी के बढ़ते मामलों को देखकर स्वास्थ्य विभाग ने दो सदस्यीय समिति गठित की थी. इस समिति को बांगरमऊ ब्लाक के प्रेमगंज, चकमीरपुर सहित कई बस्तियों में जाकर एचआईवी फैलने के कारणों की जांच के लिए भेजा गया था.
At least 40 HIV positive cases detected in Unnao's Bangarmau in a report over a health camp which was held in November 2017, locals say 'people used to go to a quack for treatment who used to use a single syringe on everyone'. (05.02.2018) pic.twitter.com/xX6JLaTgcS
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 6, 2018
उन्होंने बताया कि समिति की रिपोर्ट पर गत 24, 25 और 27 जनवरी को बांगरमऊ ब्लाक के अंतर्गत तीन स्थानों पर जांच शिविर लगाकर 566 लोगों की जांच करायी. उनमें से 21 मरीज एचआईवी संक्रमित पाये गये. चौधरी ने बताया कि इन मरीजों को कानपुर स्थित एआरटी सेंटर भेज दिया गया. वहीं, कमेटी की जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि पड़ोस के गांव का रहनेवाला झोला छाप डॉक्टर राजेंद्र कुमार सस्ते इलाज के नाम पर एक ही इंजेक्शन लगा रहा था. इसी कारण एचआईवी के मरीजो की संख्या में खासा इजाफा हुआ है. उन्होंने बताया कि झोलाछाप डॉक्टर राजेंद्र कुमार पर बांगरमऊ कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया है.