लखनऊ / कानपुर : उत्तर प्रदेश सरकार ने होमगार्ड जवानों को भारत-नेपाल सीमा पर तैनात करने और बाढ़ सहायता के कामों में लगाने के लिए केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है. होमगार्ड विभाग के अनुसार, प्रदेश में इस समय करीब 95 हजार होमगार्ड हैं. कमांडेट जनरल/डायरेक्टर जनरल होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला ने रविवार को बताया, ‘केंद्र के अधिकारियों से हाल में हुई बातचीत के बाद उत्तर प्रदेश के 1200 होमगार्ड जवानों को भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यह जवान भारत-नेपाल सीमा पर बाढ़ की स्थिति न होने की दशा में भी अपनी सेवाएं देंगे और जब सीमा पर बाढ़ आयेगी, तब ये होमगार्ड बाढ़ राहत के काम में भी हिस्सा लेंगे.’ शुक्ला कानपुर में समीक्षा बैठक कर रहे थे.
समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि भारत नेपाल सीमा पर होमगार्ड की तैनाती उनके लिए एक चुनौती होगी, क्योंकि सीमा खुली हुई है और दोनों तरफ से लोग आते-जाते रहते हैं. होमगार्डों को इन्सास रायफल चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि भारत-नेपाल सीमा पर वह असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई कर सकें. शुक्ला ने बताया कि ‘विभाग सरकारी फैक्ट्रियों से इन्सास रायफल खरीदने जा रहा है और इसे होमगार्ड जवानों को प्रशिक्षण के बाद देंगे. अभी 1200 जवानों को इन्सास रायफल चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. यह प्रशिक्षण अलग-अलग समूहों और चरणों में किया जा रहा है. इन जवानों का इस्तेमाल घाटी में डकैतों के खिलाफ अभियान में किया जायेगा. होमगार्ड विभाग के कमांडेट जनरल ने बताया कि एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल) के करीब 100 जवान होमगार्ड मुख्यालय में होमगार्डों को प्रशिक्षण दे रहे हैं. अभी तक करीब 1200 होमगार्ड जवान बाढ़ राहत अभियानों तथा अन्य अन्य दैवीय आपदाओं के बारे में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं.