गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज विश्वास जताया कि त्रिपुरा में कमल खिलेगा क्योंकि जनता वहां की सरकार से नाराज है. योगी ने यहां संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में कहा, ”इस साल त्रिपुरा में कमल खिलेगा. जनता त्रिपुरा सरकार से नाराज है और भाजपा को वहां व्यापक समर्थन मिल रहा है.” उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में सरकारी नीतियों का फायदा सिर्फ माकपा कार्यकर्ताओं को मिलता है और ऐसे हालात में विकास काफी मुश्किल है.
योगी ने कहा कि त्रिपुरा का 80 फीसदी हिस्सा गरीब देश बांग्लादेश से घिरा है इसलिए राज्य के लोग सोचते थे कि उनकी स्थिति ठीक है, लेकिन अब उन्होंने सोचना शुरू किया है कि वे भी विकास चाहते हैं. गोरखपुर उपचुनाव के उम्मीदवार के बारे में पूछने पर मुख्यमंत्री ने कहा वह इसी जगह के हैं. वह यहां हर व्यक्ति से सीधे जुड़े हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है इसलिए उनका कार्यक्षेत्र बढ़ा है. उनकी लोकसभा सीट रिक्त नहीं रह सकती और कोई ना कोई इस जगह आयेगा.
इन्वेस्टर्स समिट के बारे में योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और कई उद्योगपति इसमें शामिल होंगे. स्वरोजगार और रोजगार के लिहाज से ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ नीति बड़ी परियोजना होगी. आने वाले तीन साल में 20 लाख युवा इससे जुड़ेंगे. इन्वेस्टर्स समिट के बाद राज्य सरकार ग्लोबल समिट करेगी, जिसमें विदेश के उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जायेगा. निश्चित तौर पर उद्योग और व्यापार के लिए अनुकूल माहौल बनेगा.
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर में 1200 करोड़ रुपये की लागत वाले इथेनाल संयंत्र के लिए प्रयास किये जा रहे हैं. स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी जगहों पर पर्यटन को विकसित किया जायेगा. सुबह मुख्यमंत्री ने मां पीठेश्वर नाथ शिव मंदिर में पूजा अर्चना की और उसके बाद लगभग 200 श्रद्धालुओं से मुलाकात कर उन्हें आशीर्वाद दिया. योगी ने गोरखनाथ मंदिर के प्रथम तल पर स्थित शक्ति मंदिर में पूजा की.