नौ मस्जिदों को तोड़कर बनायी जानी चाहिए मंदिर : रिजवी

हरीश तिवारी लखनऊ: अकसर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि राम मंदिर नहीं बल्कि नौ मस्जिदों को तोड़कर मंदिर बनाने चाहिए. क्योंकि ये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2018 10:57 PM

हरीश तिवारी

लखनऊ: अकसर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि राम मंदिर नहीं बल्कि नौ मस्जिदों को तोड़कर मंदिर बनाने चाहिए. क्योंकि ये पहले मंदिर थे और उसके बाद उन्हें जबरदस्ती मस्जिद बनाया गया.

रिजवी ने अपने पत्र में लिखा है कि मुगल बादशाहों ने और उनसे पहले हिंदुस्‍तान आये सुलतानों ने हिंदुस्तान को लूटा और तमाम मंदिरों को तोड़ा. इतिहास गवाह है कि उन लोगों ने कुछ मंदिरों को तोड़ कर वहां मस्‍जिदें भी बनवायीगयी. रिजवी ने इस्लाम के वसूलों का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी कब्‍जाई हुई जगह पर किसी इबादतगाह को जबरन तोड़ कर मस्जिद बनाना जायज नहीं है.

हालांकि, रिजवी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से ये भी कहा कि, वैसे तो आपके एनजीओ में कट्टरपंथी मानसिकता रखने वाले मुल्‍लाओं का वर्चस्‍व बना हुआ है. मुझे यकीन है आपका एनजीओ कट्टरपंथी मानसिकता के चलते इस पर विचार ही नहीं करेगा. पर्सनल लॉ बोर्ड पर हमला करते शिया वक्फ के चेयरमैन ने कहा कि इस्‍लाम यह सीख देता है कि चाहे जालिम की ही पंचायत क्‍यों न हो अपनी हक बात उनके सामने रखनी चाहिए और हक मांगने वालों का ही समर्थन करना चाहिए.

रिजवी ने अपनी पत्र में एक सवाल भी पूछा है कि क्‍या इस्‍लाम यह अनुमति देता है कि किसी की जायदाद को छीन कर या उसपर अवैध कब्‍जा करके ताकत के जोर पर धार्मिक स्‍थल को तोड़ कर अपनी इबादतगाह बनवा ले.

वसीम रिजवी ने जो सूची बोर्ड को सौंपी है उसमें. राम मंदिर- अयोध्‍या, यूपी, केशव देव मंदिर- मथुरा, यूपी, अटाला देव मंदिर- जौनपुर , यूपी, काशी विश्‍वनाथ मंदिर- वाराणसी, यूपी, रुद्रा महालय मंदिर- बटना, गुजरात, भद्रकाली मंदिर- अहमदाबाद, गुजरात, अदीना मस्‍ज‍िद- पंडुवा, वेस्‍ट बंगाल, विजया मंदिर- विदिशा, मध्‍य प्रदेश, मस्‍जिद कुवतुल इस्‍लाम- कुतुब मीनार, दिल्‍ली का नाम शामिल है.

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