श्रीश्री रविशंकर ने चढ़ाई दरगाह आला हजरत पर चादर, आइएमसी अध्यक्ष से की मुलाकात

बरेली : रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का आपसी बातचीत से हल निकालने की वकालत कर रहे आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रविशंकर ने आज दरगाह आला हजरत पर चादर चढ़ाई और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां से मुलाकात की. रविशंकर निजी विमान से बरेली स्थित त्रिशूल एयरबेस पर उतरने के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2018 5:43 PM

बरेली : रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का आपसी बातचीत से हल निकालने की वकालत कर रहे आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रविशंकर ने आज दरगाह आला हजरत पर चादर चढ़ाई और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां से मुलाकात की.

रविशंकर निजी विमान से बरेली स्थित त्रिशूल एयरबेस पर उतरने के बाद दरगाह आला हजरत पहुंचे और चादर चढ़ायी. उन्होंने दरगाह में मौजूद लोगों से मुलाकात भी की. रविशंकर अलखनाथ मंदिर भी गये और वहां भगवान शंकर की पूजा अर्चना की. चादरपोशी के बाद रविशंकर ने आइएमसी के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां से मुलाकात की. माना जा रहा है कि रविशंकर अयोध्या विवाद को अदालत के बाहर ही सुलझाने के प्रयासों की कड़ी में बरेली आये थे.

मौलाना तौकीर रजा खां ने बताया कि रविशंकर ने उनसे मुलाकात के दौरान कहा कि वह ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के विभिन्न पक्षकार आपस में बैठकर बातचीत करें और मसले का हल निकालें. उन्होंने कहा कि रविशंकर ने उनसे कहा है कि देश के आम हिंदू और मुसलमान मामले का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं. अगर पक्षकार बातचीत को राजी होंगे तो यह देश के लिये अच्छा होगा.

खां ने कहा कि रविशंकर को संदेह की नजरों से देखा जा रहा है. कोई उन्हें भाजपा की कठपुतली बता रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा कभी इस मसले को सुलझाना नहीं चाहती है. उनके हिसाब से रविशंकर की नीयत ठीक है और वह उनकी बातों और अंदेशों से पूरी तरह सहमत हैं. भविष्य में वह उनकी इस मुहिम में मदद करेंगे.

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