Loading election data...

राज्यसभा चुनाव : उत्तर प्रदेश में अरुण जेटली समेत भाजपा के नौ प्रत्याशी जीते, सपा की जया भी विजयी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए शुक्रवार को हुए राज्यसभा चुनाव में जहां सत्तारूढ़ भाजपा के आठ और उसके द्वारा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी ने जीतदर्ज की है,वहीं विपक्षी सपाको एक सीट पर जीत मिली. इस तरह भाजपा ने 10 में नौ सीटोंपर जीत दर्ज कर ली. भाजपा के जिन आठ उम्मीदवारों ने आसानी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2018 10:50 PM

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए शुक्रवार को हुए राज्यसभा चुनाव में जहां सत्तारूढ़ भाजपा के आठ और उसके द्वारा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी ने जीतदर्ज की है,वहीं विपक्षी सपाको एक सीट पर जीत मिली. इस तरह भाजपा ने 10 में नौ सीटोंपर जीत दर्ज कर ली.

भाजपा के जिन आठ उम्मीदवारों ने आसानी से जीत दर्ज की उनमें केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, अशोक बाजपेयी, कांता करदम, हरनाथ सिंह यादव, अनिल जैन, सकलदीप राजभर, विजय पाल सिंह तोमर, जीवीएल नरसिम्हा राव शामिल हैं. नौवें निर्दलीय प्रत्याशी अनिल अग्रवाल जो भाजपा के समर्थन से चुनावी मैदान में थे, उन्होंने भी जीत दर्ज की है. दूसरी ओर विपक्षीपार्टी सपा की उम्मीदवार जया बच्चन ने भी जीत दर्ज की है.

कुछ देर बाधित रहने के बाद शुरू हुई मतगणना में क्रास वोटिंग के चलते दो-दो वोट रद्द कर दिये गये. इनमें एक वोट बसपा और एक भाजपा का है. इससे पहले क्रास वोटिंग के बीच विधान भवन के तिलक सभागार में 11 प्रत्याशियों के लिए 400 विधायकों ने अपने मत का प्रयोग किया. मतगणना शुरू होने से पहले बसपा की आपत्ति के बाद आयोग की अनुमति का इंतजार किया जा रहा था. आयोग की अनुमति के बाद मतगणना शुरू की गयी. बसपा ने चुनाव आयोग में आपत्ति दर्ज करायी थी कि उनके विधायक अनिल सिंह ने अपना वोट दिखाकर नहीं दिया है.

उधर, कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने राज्यसभा की तीन सीटों पर जीत हासिल की, जबकि विपक्षी भाजपा के खाते में एक सीट गयी. जेडीएस ने चुनावी कदाचार का आरोप लगाते हुए चुनाव का बहिष्कार किया. निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस के डॉ एल हनुमनथैया, डॉ सैयद नासिर हुसैन एवं जीसी चंद्रशेखर और भाजपा के राजीव चंद्रशेखर को निर्वाचित घोषित किया. जेडीएस के चुनाव आयोग से शिकायत करने से मतगणना शुरू करने में देरी हुई. विधानसभा में अपनी मजबूत स्थिति के साथ कांग्रेस को दो सीटें जीतने का पूरा यकीन था और उसने तीसरी सीट पर निशाना साध रखा था. उसने तीसरी सीट जेडीएस के बागी विधायकों एवं निर्दलीय विधायकों की मदद से जीत ली. जेडीएस के विधायकों की संख्या 37 है और उसके सात विधायकों के पाला बदल कर कांग्रेस की ओर चले जाने से जीत के लिए जरूरी 44 मतों से उसके पास 14 वोट कम हो गये. उद्योगपति राजीव चंद्रशेखर ने 50 वोट हासिल किये जो जरूरी मतों से छह ज्यादा थे. उन्हें छोटे दलों एवं निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला. कांग्रेस के चंद्रशेखर को 46, हनुमनथैया को 44 और हुसैन को 42 वोट मिले. दो वोट अवैध घोषित कर दिये गये, जबकि दो खारिज कर दिये गये.

दूसरी तरफ भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडे ने छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की एकमात्र सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी लेखराम साहू को हरा दिया. राज्य विधानसभा सचिव चंद्र शेखर गंगराडे ने बताया कि राज्य विधानसभा परिसर में हुए चुनाव में पांडे को 51 मत मिले, जबकि साहू को 36 मत मिले. गंगराडे निर्वाचन अधिकारी भी हैं. सदन में भाजपा के 49, कांग्रेस के 39, बसपा के एक विधायक तथा एक निर्दलीय हैं. साहू को 36 वोट मिले क्योंकि कांग्रेस के तीन विधायक अमित जोगी, सियाराम कौशिक और राजेंद्र राय ने चुनावों का बहिष्कार किया और मत नहीं डाला. तीनों विधायक पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना कर रहे हैं. पांडे की उनकी जीत पर बधाई देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धर्मलाल कौशिक ने कहा पार्टी सदन में अपनी संख्या के कारण जीत के प्रति आश्वस्त थी.

Next Article

Exit mobile version