राज्यसभा चुनाव : बसपा ने लगाया भाजपा पर सत्ता के गलत इस्तेमाल का आरोप
लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के भीमराव अंबेडकर की हार के बाद पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्यसभा चुनावों में सत्ता के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया. बसपा के सतीश चन्द्र मिश्रा ने कहा कि राज्यसभा चुनावों में सपा, बसपा और कांग्रेस का वोट एकजुट हुआ. जहां […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के भीमराव अंबेडकर की हार के बाद पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्यसभा चुनावों में सत्ता के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया. बसपा के सतीश चन्द्र मिश्रा ने कहा कि राज्यसभा चुनावों में सपा, बसपा और कांग्रेस का वोट एकजुट हुआ. जहां तक गठबंधन का सवाल है तो उसका फैसला पार्टी सुप्रीमो मायावती करेंगी. कल देर रात चुनाव परिणाम आने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर को सारे वोट मिले. यहां तक कि एक अतिरिक्त वोट भी मिला. सपा बसपा और कांग्रेस का वोट एकजुट रहा. रही बात गठबंधन की तो इस बारे में कोई भी फैसला करने का अधिकार केवल पार्टी अध्यक्ष (मायावती) को है.
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि जेल में बंद बसपा विधायक मुख्तार अंसारी और सपा विधायक हरि ओम यादव को राज्यसभा चुनाव में मतदान से रोका गया. इन दोनों को मतदान से रोकने के लिए राज्य सरकार ने अदालत से स्थगन आदेश लिया था, लेकिन इसमें तथ्यों को छिपाया गया. यह पूरी तरह से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है. इसके अलावा मतगणना में भी गड़बड़ी की गयी.
गौरतलब है कि कल रात राज्यसभा चुनाव में भाजपा की जबरदस्त जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, राज्य के लोगों ने सपा का अवसरवादी चेहरा देख लिया. वह वोट ले सकते हैं, लेकिन बदले में कुछ दे नहीं सकते. योगी गोरखपुर और फूलपुर में हाल ही में बसपा की मदद से सपा की जीत का हवाला दे रहे थे. बसपा के मिश्रा ने कहा कि वे (भाजपा) जानते थे कि वह चुनाव हार रहे हैं इसलिए उन्होंने सत्ता का गलत इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि इससे पहले मुख्तार अंसारी राष्ट्रपति चुनाव सहित कई चुनावों में भाग लेने के लिये जेल से बाहर आ चुके हैं. भाजपा ने अपने सभी प्रत्याशियों वित्त मंत्री अरूण जेटली, डॉ. अशोक बाजपेयी, विजयपाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, डॉ. अनिल जैन, जीवीएल नरसिम्हा राव, हरनाथ सिंह यादव को आसानी से चुनाव जीत लिया. जबकि नौवें प्रत्याशी अनिल कुमार अग्रवाल को दूसरी वरीयता के मतों से जिता लिया और बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर के हाथों से जीत छीन ली.