लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम (एससी/एसटी एक्ट) से संबंधित उच्चतम न्यायालय की हाल की व्यवस्था को लेकर राज्य के कई जिलों में उग्र प्रदर्शन कर रहे लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में प्रदर्शनकारियों से अपील की कि किसी भी प्रकार की ऐसी स्थिति ना पैदा हो जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो. हमारी संवेदना एससी-एसटी और वंचित तबकों के सभी नागरिकों के प्रति है. उनके उत्थान और सुरक्षा के हमारी सरकारें पूरी संजीदगी के साथ युद्धस्तर पर काम कर रही हैं.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, मेरी अपील है कि कोई ऐसी स्थिति ना पैदा हो, जिससे माहौल खराब हो. अगर किसी को कोई परेशानी है तो सरकार के संज्ञान में लाये, सरकार उसकी समस्याओं का समाधान करेगी. इस बीच, प्रदेश के गृह विभाग के प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि गाजियाबाद समेत कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलगाड़ियां रोके जाने की बात सामने आयी है. सभी प्रभावित जिलों में आवश्यक बल भेजा गया है. सभी से अपील है कि कानून अपने हाथ में ना लें. शांति व्यवस्था बनाये रखें, सरकार विधि के अनुरूप मसले का हल निकालने की कोशिश कर रही है.
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कुछ बसों में आग लगा दी है. हालांकि, स्थिति पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है. यह वक्त यह देखने का नहीं है कि कमी कहां पर रह गयी. अभी हमें कानून के दायरे में जो करना है, उस पर ध्यान दे रहे हैं. उन्हाेंने कहा कि प्रदेश में अधिकारी सजग थे, लेकिन फिर भी कुछ घटनाएं हुई है. कई जगह स्थितियां ठीक हो गयी हैं. हम न्यूनतम बल प्रयोग करके स्थिति संभालना चाहते हैं.
इस बीच, आजमगढ़ से प्राप्त खबर के मुताबिक जिले में उग्र प्रदर्शनकारियों ने कई बसों में तोड़फोड़ और आगजनी की. सगड़ी तहसील में गोरखपुर-आजमगढ़ राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों ने राजमार्ग से गुजरने वाले वाहनों पर पथराव किया. इस दौरान आधा दर्जन बसों के शीशे तोड़ दिये गये और रोडवेज की दो बसों में आग लगा दी गयी. इस घटना में कई यात्री और राहगीर चोटिल हुए हैं. सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करने के लिये हवा में गोलियां चलायीं और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. स्थिति अब नियंत्रण में है.
सम्भल से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार ‘भारत बंद’ के आवाहन पर चन्दौसी में दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने नगर में जुलूस निकाल कर दुकानें बंद करायीं. उत्तरी रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के आज सुबह करीब 10 बजे गाजियाबाद यार्ड पहुंचने के बाद सेवाएं बाधित हुईं. सप्त क्रांति एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, भुवनेश्वर और रांची राजधानी, कानपुर शताब्दी सहित कई ट्रेनों को गाजियाबाद से पहले मेरठ और मोदीनगर में ही रोक दिया गया. उन्होंने बताया कि करीब 2000 लोगों की भीड़ ने हापुड़ स्टेशन पर ट्रेनों को रोका.
कई माल गाड़ियों को भी रोका गया. दिल्ली पुलिस और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के कर्मी लोगों को पटरी से हटाने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ इलाकों में परिचालन बहाल कर दिया गया है. मालूम हो कि उच्चतम न्यायालय ने 20 मार्च को अपने आदेश में कहा था कि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दर्ज मुकदमों में बिना जांच के किसी भी लोक सेवक को गिरफ्तार ना किया जाये. दलित शोषण, मुक्ति मंच सहित कई दलित संगठनों और कुछ राजनीतिक पार्टियों ने इस आदेश से अधिनियम के कमजोर पड़ने और दलितों के खिलाफ हिंसा बढ़ने की आशंका जाहिर की थी.